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श्रीगंगानगर. सूरतगढ़ रोड पर हनुमानजी की मूर्ति के सामने जस्सासिंह मार्ग पर दिनभर लगने वाले जाम और बदहाल यातायात से शहरवासी परेशान हैं। चौराहा होने और यातायात दबाव से यहां हर तीन मिनट में जाम की नौबत बनी रहती है। यातायात दबाव कम करने के लिए दो साल पहले जिला प्रशासन और पुलिस ने सभी प्रकार की बसों को बाजार एरिया में प्रवेश करने पर रोक लगा दी थी। ऐसे में सूरतगढ़ और हनुमानगढ़ के लिए आवाजाही करने वाली बसों को जस्सासिंह मार्ग खोल दिया गया। सूरतगढ़ से आने वाले यात्रियों को बस चालक हनुमानजी मूर्ति के सामने सूरजमल चौक पर उतराते हैं तो वहां पीछे आ रहे वाहनों के ब्रेक लग जाते है। यह सिलसिला सुबह आठ बजे से रात दस बजे तक चलता रहता है। धानमंडी में कृषि जिन्सों के बेचान का सीजन होने के कारण ट्रक, ट्रेक्टर ट्रॉली आदि वाहनों की भीड़ भी इस चौक पर बनी रहती है। यहां यातायात को नियंत्रित करने के लिए एक ही पारी में चार पुलिस कर्मियों को लगाया जाता है। जाम से बचने के लिए यहां ट्रैफिक लाइट लगाने की वैकल्पिक कवायद की जा रही है, लेकिन जिस तरीके से ट्रैफिक बढ़ रहा है, उसका असली समाधान लाई ओवर बनाकर निकल सकता है।
इसलिए यहां रेलमपेल
हनुमानगढ़ से आने वाली बसों को भी जस्सासिंह मार्ग से आवाजाही कराई जा रही है। वहीं हनुमानगढ़ रोड या अबोहर रोड के लिए वाहन भी सूरतगढ़ जाने के लिए इसी प्वाइंट पर आते हैं। वहीं शहर के एक छोर से दूसरे छोर जाने के लिए इसी मार्ग का ज्यादा इस्तेमाल होता है। इसके अलावा शहर के बाहर कई रिसोर्ट, होटल, मैरिज पैलेस और प्राइवेट कॉलोनियों होने से इस चौक से वाहनों की अधिक आवाजाही रहती है।
...तो नहीं होगी तकरार
हनुमानगढ़ जंक्शन में जब वाहनों की भी़ड़ को देखते हुए यातायात समस्या ज्यादा आई तो वहां लाईओवर का निर्माण कराया गया। इसी तर्ज पर जस्सासिंह चौराहे पर छोटे लाईओवर की जरूरत है। इसके बनने से चौक पर वाहनों के जाम और वाहन चालकों के आपस में तकरार होने से निजात मिल सकती है। वहीं उन लोगों को अधिक फायदा होगा जिन्हें सीधा बाजार या सरकारी ऑफिसों में आना है। ऐसे में कार या अन्य वाहनों पर परिवार के संग आने वाले लोगों को लाईओवर से क्रॉस होने पर परेशानी नहीं होगी।
तो एबुलेंस नहीं रुकेगी
सूरतगढ़ रोड पर जिला चिकित्सालय के साथ साथ सरकारी मेडिकल कॉलेज है। कॉलेज कैपस में अब जिला चिकित्सालय का दूसरा पार्ट का भवन निर्माणाधीन है। इस भवन में 240 बेड और 50 आईसीयू बेड की सुविधा मिल सकेगी। यह भवन अगले साल पूरा होकर शुरू हो जाएगा। ऐसे में जिला चिकित्सालय में रोगियों की संया अधिक बढ़ने की संभावना है। रोगियों को अस्पताल पहुंचाने में एबुलेंस चालकों को इस चौक पर जाम के चलते इंतजार करना पड़ता है। लाईओवर बनने से एबुलेंस चालकों को बिना किसी बाधा के अस्पताल पहुंचने में आसानी रहेगी।
अब फ़लाई ओवर की जरूरत भी ज्यादा
सेवानिवृत्त जिला कलक्टर महावीर प्रसाद वर्मा का कहना है कि सूरतगढ़ मार्ग का विस्तार होने के बाद वाहनों का दबाव बढ़ गया है। ऐसे में यातायात व्यवस्था बनाने के लिए अब नया बदलाव लाने की जरूरत है। मौजूदा समय में जस्सासिंह मार्ग और सूरतगढ़ रोड के बीच चौराहे पर फलाई ओवर बनना चाहिए। जैसे-जैसे शहर का विकास हो रहा है, वैसे-वैसे यातायात बहाल के लिए नए रास्ते भी खोलने की दिशा में तत्काल कदम उठाने होंगे। जनप्रतिनिधि, जिला प्रशासन और पुलिस को मिलकर सूरतगढ़ रोड पर फ़्लाई ओवर निर्माण का प्रस्ताव बनाना होगा।