सीओ सिटी तुलसीदास पुरोहित ने बताया कि विधानसभा चुनाव को देखते हुए जिला कलक्टर के निर्देश पर हथियार जमा कराने की कार्रवाई शुरू की गई। इसके लिए पांच अक्टूबर तक का समय दिया गया था लेकिन जब तक हथियार जमा कराने की गति काफी धीमी रही। इस पर पुलिस अधीक्षक योगेश यादव ने सभी थाना प्रभारियों को अपने-अपने इलाके में हथियार लाइसेंसधारियों को नोटिस देने व उनका पता करने के निर्देश दिए।
वहीं जिन लाइसेंसधारियों की मृत्यु हो चुकी है और उन्होंने समय पर हथियार जमा नहीं कराए हैं। ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए गए। इस पर पुलिस की ओर से कुछ लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। इस कार्रवाई के बाद हथियार जमा कराने में तेजी आ गई।
जिले में जमा हुए 10577 हथियार
– पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार तक जिले में 10 हजार 577 लाइसेंसी हथियार जमा हो चुके थे। जिले में करीब 11800 से अधिक लाइसेंसी हथियार हैं। इनके पास बारह बोर, 315 बोर, देशी बंदूक, रिवाल्वर व पिस्तौल आदि शामिल हैं। पुलिस शेष बचे हथियारों को जमा कराने का प्रयास कर रही है।