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ऐसा क्या हुआ कि हाथ में कस्सी लेकर खेत में पानी लगाने लगे कलक्टर शिव प्रसाद मदन नकाते

collector Shiv Prasad Madan जिला कलक्टर शिव प्रसाद नकाते ने रावला क्षेत्र के एक गांव 2 केएनएम में फसल के निरीक्षण के दौरान एक किसान को खेतों में पानी लगाता देख खुद खेती कार्य करने लगे

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ऐसा क्या हुआ कि हाथ में कस्सी लेकर खेत में पानी लगाने लगे कलक्टर शिव प्रसाद मदन नकाते

ऐसा क्या हुआ कि हाथ में कस्सी लेकर खेत में पानी लगाने लगे कलक्टर शिव प्रसाद मदन नकाते

श्रीगंगानगर. जिला कलक्टर शिव प्रसाद मदन नकाते जब किसान को खेत में पानी लगाते देखा तो अपना काफिला रुकवाया और खेत में पानी लगा रहे युवा किसान से फसल के बारे में पूछा। खेती में आ रही समस्या पर कई सवाल जवाब भी हुए।

तब कलक्टर के मन में यह ख्याल आया कि इस ठंड में जब किसान पानी लगा रहे है तो उसकी फीलिंग आनी चाहिए, ऐसे में कलक्टर ने अपने जूते कार में उतार कर खेत के अंदर गए और हाथ में कस्सी लेकर पानी लगाने की कवायद शुरू कर दी। रविवार को टिड्डी नियंत्रण कार्रवाई का जायज़ा करने पहुंचे जिला कलेक्टर शिव प्रसाद नकाते ने रावला क्षेत्र के एक गांव 2 केएनएम में फसल के निरीक्षण के दौरान एक किसान को खेतों में पानी लगाता देख खुद खेती कार्य करने लगे।

इस दौरान उन्होंने कस्सी से पानी लगाने के लिए नक्का तोडऩे लगे। उनका मानना था कि वे किसान के बेटे है तो खेती देखकर फीलिंग तो आएगी ही। कलक्टर शिव प्रसाद मदन नकाते महाराष्ट्र में सोलापुर जिला मुख्यालय से 70 किलोमीटर गांव माडा के रहने वाले है।

कलक्टर ने राजस्थान पत्रिका को बातचीत में जानकारी दी कि उन्होंने सोलापुर जिले के माडा गांव के सरकारी स्कूल में 10वीं तक पढ़ाई की थी, तब तक उनके पिता मदन नकाते खेत में जाकर काम करते थे। अपने पिता के साथ खेती करने के लिए सहयोग करने के लिए खेतों में जाने से परहेज नहीं करता।

वहां ड्रीप से खेती में सक्रिय रूप से काम भी करता रहा हूं। कलक्टर का कहना था कि यह जिला कृषि प्रधान है, ऐसे में किसानों की समस्या कलक्टर बनकर सुना जाता सकता है लेकिन एक इंसान के रूप में उसे महसूस भी करना चाहिए। उनका मानना है कि इलाके में किसानों की समस्याओं के लिए वे सजग रहे है।

टिड्डी नियंत्रण दल की प्रक्रिया को खुद जानने के लिए वे पिछले चौबीस घंटे से जिला मुख्यालय से करीब दो सौ किमी दूर रावला, घड़साना और अनूपगढ़ के दौरे पर है। कलक्टर को पानी लगाते देख आसपास के खेतों से किसान भी एकत्रित हो गए। इसमें कईयों ने कलक्टर के साथ सेल्फी भी ली।