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40 गांवों के किसान 19 जून को करेंगे कलेक्ट्रेट का घेराव

झील बचाओ किसान बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष प्रेम पटेल ने बताया कि जिला प्रशासन को हम 20 सूत्रीय मांग पत्र दे चुके हैं, लेकिन प्रशासन व सरकार के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है, इसलिए 19 जून को कलेक्ट्रेट घेराव का निर्णय लिया है।

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सिलीसेढ़ झील (फाइल फोटो - पत्रिका)

सिलीसेढ़ से अलवर शहर को पानी देने के विरोध में ग्रामीणों का धरना 19वें दिन भी जारी रहा। अभी तक किसानों की प्रशासन के साथ सहमति नहीं बन पाई है। उधर, आंदोलनकारी किसानों ने 19 जून को अलवर कूच करने और कलेक्ट्रेट का घेराव करने का ऐलान किया है। इसमें 40 गांवों के किसान शामिल होंगे।

19 जून को कलेक्ट्रेट का घेराव

झील बचाओ किसान बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष प्रेम पटेल ने बताया कि जिला प्रशासन को हम 20 सूत्रीय मांग पत्र दे चुके हैं, लेकिन प्रशासन व सरकार के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है, इसलिए 19 जून को कलेक्ट्रेट घेराव का निर्णय लिया है। कलेक्ट्रेट घेराव के दिन ग्रामीण मजदूरी नहीं करेंगे। दूध लेकर भी अलवर नहीं जाएंगे। धरने में पूर्व सरपंच सुरेंद्र भारती, भविद्र पटेल, श्योराज, निहाल गुर्जर सुर्ज्ञानी मीणा आदि मौजूद रहे।

झील बचाओ किसान बचाओ संघर्ष समिति की ओर से गांव-गांव जाकर पपलेट बांटकर 19 जून के कलेक्ट्रेट घेराव में अधिक से अधिक संया में पहुंचने का आह्वान किया जा रहा है। उप प्रधान महेश सैनी ने कहा कि गांव के हर घर से एक ट्रैक्टर घेराव में शामिल होने अलवर जाएगा। हम किसान कलेक्ट्रेट के सामने-विरोध प्रदर्शन करेंगे।

इस तरह कलेक्ट्रेट पहुंचेगा किसानों का काफिला

भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश महामंत्री भूपत सिंह बालियान ने बताया कि ट्रैक्टरों रैली के माध्यम से किसान ढाई पैडी से परशुराम सर्किल तक जाएंगे। यहां से नयाबास चौराहा, एसएमडी चौराहा, काली मोरी होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचेंगे। यहां सभा होगी। प्रशासन जब तक बोरिंगों का प्रस्ताव निरस्त नहीं करेगी, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।

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