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तेजस के बाद अब ‘काशी-महाकाल एक्सप्रेस’, रेलवे के इतिहास में पहली बार यात्रियों को मिलेंगी यह सहूलियतें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 फरवरी को 'काशी-महाकाल एक्सप्रेस' को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे

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kashi mahakal express

वाराणसी से चलकर वाया सुलतानपुर लखनऊ-इंदौर तक जाने वाली 'काशी-महाकाल एक्सप्रेस' शिवभक्तों को तीन ज्योतिर्लिंगों के दर्शन कराएगी

सुलतानपुर. वाराणसी से चलकर वाया सुलतानपुर लखनऊ-इंदौर तक जाने वाली 'काशी-महाकाल एक्सप्रेस' शिवभक्तों को तीन ज्योतिर्लिंगों के दर्शन कराएगी। 16 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। आइआरसीटीसी (इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन) इस ट्रेन का संचालन करेगा। सप्ताह में दो दिन चलने वाली 'काशी-महाकाल एक्सप्रेस' में यात्रियों की सुरक्षा के लिए गार्ड मौजूद रहेंगे। आईआरसीटीसी के मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक श्रीवास्तव ने बताया कि टिकट कन्फर्म नहीं होने पर अगर चार घण्टे पहले निरस्त कराया जाता है तो पूरा पैसा वापस होगा। उन्होंने बताया कि यह देश की पहली सुपरफास्ट ट्रेन है, जिसमें यात्री सीसीटीवी कैमरे के जरिए उसी कोच में लगी स्क्रीन कोई भी बैकअप देख लेगा, इसका लाइव देखा जा सकता है। यात्रियों की सभी प्रकार की सहूलियतों के लिए कोच अटेंडेंट के पास स्क्रीन लगाई गई है।

भगवान शिव के तीन ज्योतिर्लिंगों में ओंकारेश्वर, महाकालेश्वर और काशी विश्वनाथ हैं। 'काशी-महाकाल' सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन भगवान शिव के तीन ज्योतिर्लिंगों का एक साथ दर्शन कराएगी। देश की तीसरी कारपोरेट ट्रेन का वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए लोकार्पण वाराणसी कैंट स्टेशन से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। इस ट्रेन के सकुशल संचालन के लिए नार्दन रेलवे बोर्ड की ओर से 13 फरवरी को ही नोटिफिकेशन जारी कर दिया था।

पहले दिन प्रयागराज-कानपुर रूट पर होकर जाएगी
16 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किये जाने के बाद पहले दिन यह सुपरफास्ट ट्रेन प्रयागराज-कानपुर रूट से होकर इंदौर तक का सफर तय करेगी, जबकि यह ट्रेन सप्ताह में दो दिन मंगलवार और गुरुवार को वाराणसी से वाया सुलतानपुर, लखनऊ वाया कानपुर होकर इंदौर तक का सफर तय करेगी।

वाराणसी से 2:45 पर छूटकर 9:40 पर पहुंचेगी इंदौर
काशी-महाकाल सुपरफास्ट ट्रेन सप्ताह में दो दिन सुल्तानपुर-लखनऊ वाया कानपुर इंदौर तक का सफर तय करने के लिए वाराणसी जंक्शन से दिन के 2:45 से अपना सफर शुरू करेगी और सुल्तानपुर जंक्शन पर दिन के 4:40 बजे पहुंचेगी। सुल्तानपुर से चलकर यह वीवीआईपी ट्रेन लखनऊ जंक्शन पर शाम 7 :05 बजे पहुंचेगी । बुधवार तथा शुक्रवार को यह ट्रेन सुबह 8बजे उज्जैन पहुंचेगी और इंदौर सुबह9:40 पर पहुंचकर अपना सफर पूरा करेगी।

इंदौर से सुबह 10:55 पर छूटेगी यह एक्सप्रेस ट्रेन
काशी-महाकाल एक्सप्रेस ट्रेन इंदौर से सुबह10:55 मिनट से अपनी वापसी का सफर करना शुरू करेगी। वहां से चलकर यह ट्रेन उज्जैन दोपहर 12 बजे पहुंचेगी। इसके बाद लखनऊ बृहस्पतिवार तथा शनिवार को रात 1:10 मिनट पर पहुंचेगी। जहां से चलकर सुल्तानपुर जंक्शन पर यह ट्रेन सुबह 3 बजकर 15 मिनट पहुंचेगी और फिर यहां से चलकर वाराणसी जंक्शन पर सुबह 6 पहुंचकर अपना सफर पूरा करेगी।

केसरिया रंग की ड्रेस पहनकर आएंगे कैटर्स
आईआरसीटीसी के मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक अश्विनी कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि काशी-महाकाल एक्सप्रेस ट्रेन में कुल 12 कोच होंगे। वे सभी12 कोच थ्री टियर रहेंगे। इस ट्रेन में आईआरसीटीसी की तरफ से यात्रियों को कैटरिंग की जायेगी। सबसे खास बात यह होगी कि इस ट्रेन में कैटरिंग वाले लोगों के ड्रेस केसरिया रंग में होंगे।

टिकट चेकिंग होगी आइआरसीटीसी के जिम्मे
आइआरसीटीसी के मुख्य प्रबंधक अश्विनी श्रीवास्तव ने कहा कि इस ट्रेन की व्यवस्था तो ऑपरेशन लोको पायलट तथा गार्ड रेलवे का होगा, जबकि टिकट से लेकर हर तरह की चेकिंग तथा टिकटिंग का जिम्मा आईआरसीटीसी के जिम्मे होगा। इसके टिकट भी ऑनलाइन मिलेंगे।