
चीनी मिल बन्द होने की खबरों से गन्ना किसान बेचैन, सांसद वरुण गांधी ने सीएम योगी को लिखा कड़ा पत्र
राम सुमिरन मिश्र
सुलतानपुर. 34 साल पहले वर्ष 1984 में पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी ने किसान सहकारी चीनी मिल जनता को समर्पित की थी। जिले की इकलौती चीनी मिल ने जहां सुलतानपुर को उद्यमी जिलों की श्रेणी में लाकर खड़ा कर दिया था, वहीं किसानों के लिये खुशहाली लेकर भी आई थी। वर्ष 1973 में जिला मुख्यालय से महज 5 किमी की दूरी पर सैदपुर गांव के पास इस चीनी मिल का शिलान्यास पूर्व प्रधानमंत्री स्व इंदिरा गांधी ने किया तो गन्ना किसानों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा था, लेकिन अब जर्जर हो चुकी इस चीनी मिल के बन्द होने की खबरों ने गन्ना किसानों को चिंता में डाल दिया है। गन्ना किसानों की समस्याओं को देखते हुए बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने यूपी सरकार को पत्र लिखकर पेराई सत्र समय से चालू कराने की मांग की, लेकिन अभी तक सरकार ने इस ओर कोई संज्ञान नहीं लिया।
जिले के गन्ना किसानों की मांग पर बीती 13 जुलाई 2018 को सुलतानपुर से बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने योगी आदित्यनाथ सरकार को कड़ा पत्र लिखा था। इसमें सांसद गांधी ने लिखा था कि मेरे संसदीय क्षेत्र की इकलौती चीनी मिल काफी जर्जर हालत में पहुंच चुकी है। व्यापक जनहित को देखते हुए इस चीनी मिल की पेराई क्षमता बढ़ाने और इसकी जीर्णोद्धार कराने का कष्ट करें। सांसद वरुण गांधी की इस चिट्ठी पर राज्य सरकार ने अभी तक कोई पहल नहीं की है, उधर पेराई सत्र शुरू होने को है और चीनी मिल चलने की स्थिति में नहीं है। इससे गन्ना किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें साफ दिख रही हैं।
सांसद वरुण गांधी के प्रतिनिधि दयाराम अटल ने कहा कि जर्जर हालत में हो चुकी चीनी मिल के जीर्णोद्धार एवं उसकी पेराई क्षमता बढ़ाने के लिए सांसद वरुण गांधी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को 13 जुलाई को ही पत्र लिखा था। सरकार जल्द ही चीनी मिल का जीर्णोद्धार कराएगी। उन्होंने कहा कि सांसद वरुण गांधी हमेशा किसानों के प्रति चिंतित रहते हैं।
गन्ने का क्या करेंगे किसान
गन्ना विभाग के एक सर्वे रिपोर्ट के अनुसार, सुलतानपुर जिले में 63.27 लाख कुंतल गन्ने के उत्पादन का अनुमान लगाया जा रहा है। जिसमें सुलतानपुर सहकारी चीनी मिल केन एरिया के 4877 हेक्टेयर में 30.93 लाख कुंतल गन्ने की उपज होने का अनुमान लगाया जा रहा है। अगर ऐसे में यदि पेराई सत्र समय से शुरू न हुआ तो जिले के किसान अपने गन्ने की फसल कहां ले जाएंगे।
सांसद वरुण के सहारे गन्ना किसान
छेन्दुआरी के गन्ना किसान रामदीन बताते हैं कि उन्होंने इस बार 35 बीघे गन्ने की फसल तैयार की है। सरकार को मिल कर्मचारियों का बकाया भुगतान कर देना चाहिए। वह कहते हैं कि सांसद वरुण गांधी बड़े कद के नेता हैं। वह हम गन्ना किसानों की चिंताओं से भली-भांति परिचित हैं, प्रदेश सरकार से कहकर चीनी मिल का जीर्णोद्धार जरूर कराएंगे। मोतिगरपुर के गन्ना किसान प्रेमनाथ सिंह ने बताया कि उन्होंने इस बार 10 बीघे गन्ने की फसल तैयार की है। पेराई सत्र शुरू न हो पाने की खबरों से वह चिंतित हैं। कहते हैं कि सांसद वरुण गांधी कुछ न कुछ जरूर करेंगे। हम सबको उन पर भरोसा है। इसी तरह द्रजीपुर के गन्ना किसान सुरेश और शोभीपुर के राम अनूप वर्मा और अभयराज वर्मा को भी सांसद वरुण गांधी के भरोसे हैं।
चीनी मिल के प्रबंध निदेशक बोले
चीनी मिल के प्रबंध निदेशक केपी शुक्ला ने कहा कि चीनी मिल संचालन के प्रयास किये जा रहे हैं। प्रबन्ध निदेशक चीनी मिल संघ लखनऊ से वार्ता हुई है। उन्होंने कर्मचारियों के वेतन भुगतान की बात कही है। वेतन भुगतान होते ही चीनी मिल शुरू हो जाएगी।
वीडियो में देखें- चीनी मिलों के मामले पर क्या बोले- बीजेपी सांसद वरुण गांधी के प्रतिनिधि दयाराम अटल
Updated on:
20 Oct 2018 04:06 pm
Published on:
20 Oct 2018 03:16 pm
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