बताया जा रहा है कि जिस कमरे में संचार क्रांति योजना का स्मार्ट फोन रखा हुआ था, वहां ब्लास्ट हुआ और वहां आसपास पड़ा सामान आग लगने से जलकर खाक हो गया। वहीं मोबाइल भी टुकड़ों में मिला। परिजन व ग्रामीणों का कहना है कि मोबाइल के फटने की वजह से कमरे में आग लगी।
सूरजपुर जिले के प्रतापपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत चाचीडांड़ में रहने वाली कलेश्वरी बाई गोंड़ को संचार क्रांति योजना के तहत कुछ दिन पहले ही मोबाइल मिला था। शुक्रवार को वह मोबाइल को बेटे बिशुन सिंह के कमरे में रखकर घर के बाहर बच्चों के साथ बैठी थी।
बेटा मवेशी चराने गया था। इसी बीच महिला ने कमरे से धुआं उठता देखा और वह कुछ समझ पाती कि इससे पहले वहां से ब्लास्ट होने की जोरदार आवाज आई। इस पर महिला सहित आस-पास के लोग कमरे में पहुंचे तो देखा पूरा सामान जलकर खाक हो गया था तथा वहां रखा मोबाइल भी बुरी तरह जलकर टुकड़ों में पड़ा था।
कमरे में कई जगह आग की लपटें थीं जिन्हें पानी डालकर बुझाया गया। वहां उपस्थित ग्रामीणों द्वारा आशंका व्यक्त की जा रही है कि मोबाइल के ब्लास्ट होने के कारण कमरे में आग लगी। गांव के सरपंच मोहन कोड़ाकू ने फोन जली हालत व टुकड़ों में मिलने पर उसके फटने की पुष्टि की है।
ग्रामीणों में दहशत
इस घटना से ग्रामीण दहशत में हैं क्योंकि गांव के कई अन्य हितग्राही भी इस सरकारी फोन का उपयोग कर रहे हैं। वहीं इस मामले पर जोगी कांग्रेस से प्रतापपुर विधानसभा के उम्मीदवार डॉ. नरेंद्र प्रताप सिंह ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार आम आदमी नहीं, वरन खुद के फायदे के लिए फोन फ्री में बांट रही है क्योंकि इनकी खरीदी में जमकर कमीशनखोरी की गई है।
बढिय़ा क्वालिटी का देना था मोबाइल
जोगी कांग्रेस के डा. नरेंद्र प्रताप सिंह का कहना है कि अगर मोबाइल देना ही था तो बढिय़ा क्वालिटी की देते। वहीं कांग्रेस के जनपद सदस्य जगतलाल आयाम ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार घटिया फोन बांट प्रदेश की भोली-भाली जनता को छल रही है।