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ACPC : आर्किटेक्चर के तीन कॉलेजों में एक भी प्रवेश नहीं

सूरत. गुजरात के आर्किटेक्चर कॉलेजों की हालत प्रवेश के हर राउंड के बाद और भी खराब होती जा रही है। सीटों को भरने के लिए प्रवेश का तीसरा राउंड आयोजित किया गया। फिर भी रिक्त सीटों की संख्या घटने की जगह बढ़ गई है। दक्षिण गुजरात में मात्र पांच ही आर्किटेक्चर कॉलेजों बचे हैं। इनमें से तीन कॉलेजों में एक भी प्रवेश नहीं हुआ है। 72 प्रतिशत से अधिक सीटें खाली पड़ी हैं।

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ACPC : आर्किटेक्चर के तीन कॉलेजों में एक भी प्रवेश नहीं

ACPC : आर्किटेक्चर के तीन कॉलेजों में एक भी प्रवेश नहीं

एक समय था जब गुजरात के आर्किटेक्चर कॉलेजों में प्रवेश के लिए विद्यार्थियों में क्रेज दिखाई देता था। विद्यार्थियों की संख्या देख कई नए आर्किटेक्चर कॉलेज खोले गए, लेकिन अचानक इस पाठ्यक्रम के प्रति विद्यार्थियों की रुचि कम होती गई। दक्षिण गुजरात में अब गिनती के पांच आर्किटेक्चर कॉलेज रह गए हैं। इन सभी को मिलाकर कुल 302 सीटें हैं। इनहें भरने के लिए प्रवेश के तीन राउंड आयोजित किए गए, लेकिन निराशा हाथ लगी है। 302 में से 216 सीटें यानी 72 प्रतिशत सीटें रिक्त पड़ी हैं। पांच कॉलेजों को मिलाकर मात्र 86 ही प्रवेश हुए हैं।

- छह की जगह रह गए पांच कॉलेज :
दक्षिण गुजरात में छह आर्किटेक्चर कॉलेज थे, इनमें से इस साल एक कॉलेज बंद हो गया। पांच कॉलेज में विद्यार्थियों को प्रवेश दिए गए। प्रवेश के तीसरे राउंड बाद स्केट कॉलेज में 85 में से 12 और वीएनएसजीयू में 67 में 54 सीटें खाली पड़ी है। भगवान महावीर में सभी 90, रमण भक्ता में सभी 35 और पी.पी. सवाणी यूनिवर्सिटी में सभी 25 सीटें खाली हैं। यहां एक भी प्रवेश नहीं हुआ।
- एक कॉलेज तो हो गया बंद :
विद्यार्थी नहीं मिलने पर वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय (वीएनएसजीयू) संबद्ध वेसू स्थित विद्या मंदिर कॉलेज ऑफ आर्किटेक्चर इस शिक्षा सत्र में बंद कर दिया गया। इस साल की प्रवेश प्रक्रिया से पहले कॉलेज का नाम प्रवेश सूची से बाहर कर दिया गया था।