
Surat/ स्वास्थ्य व पर्यावरण के प्रतिकूल कोनोकार्पस को हटा रहे शहर से
सूरत. स्वास्थ्य के साथ ही पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचाने वाले कोनोकार्पस के पेड़-पौधों को शहर से हटाने के लिए मनपा की ओर से कार्रवाई तेज कर दी गई है। गार्डन कमेटी की बैठक में कोनोकार्पस को लेकर मुद्दा उठने के बाद सभी जोन को इस प्रजाति के पेड़-पौधे हटाने का मनपा की ओर से आदेश जारी किए गए हैं।
वन विभाग की ओर से कोनोकार्पस के पेड़ लगाने पर प्रतिबंध लगाया गया है। हालांकि इससे पहले मनपा की ओर से शहर की सड़कों पर डिवाइडरों के बीच बड़े पैमाने पर कोनोकार्पस के पेड़-पौधे लगाए गए थे। यही नहीं, शहर के बंगले और फार्म हाउसों में भी इस प्रजाति के पेड़-पौधे लगाए गए हैं। जबकि कोनोकार्पस व्यक्ति के स्वास्थ्य के साथ ही पर्यावरण के लिए भी प्रतिकूल बताया गया है। ऐसे में हाल ही में मनपा में आयोजित गार्डन कमेटी की बैठक में कमेटी के सदस्य पार्षद व्रजेश उनड़कट की ओर से कोनोकार्पस का मुद्दा उठाया गया था और इस प्रतिबंधित प्रजाति के पेड़-पौधें हटाने व इसे लेकर नोटिफिकेशन जारी करने की मांग की थी। साथ ही निजी प्लॉट, बंगले और फार्म हाउसों का भी सर्वे कर कोनोकार्पस के पेड़-पौधे हटाने के लिए मालिकों को नोटिस जारी करने की मांग की थी। व्रजेश उनड़कट की ओर से मुद्दा उठाए जाने के बाद मनपा प्रशासन ने इसे गंभीरता से लिया है और डिवाइडरों के बीच से इस प्रजाति के पेड़-पौधों को हटाने की कार्रवाई जारी है। वहीं, सभी जोन को अपने-अपने क्षेत्र में सर्वे कर निजी मालिकों के प्लॉट, बंगले और फार्म हाउस में भी इस प्रजाति के पेड़-पौधे हटाने के आदेश जारी किए गए हैं।
शहर के कोनोकार्पस के पेड़ अस्थमा, सर्दी और खांसी का कारण
कोनोकापर्स के पेड़ अस्थमा, सर्दी और खांसी का कारण बनते हैं। वहीं, यह पेड़ जमीन से पानी भी खींच लेता है, जिससे पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचता है। इसी वजह से वन विभाग की ओर से इस प्रजाति के पेड़ लगाने पर प्रतिबंध लगाया गया है।
Published on:
15 Oct 2023 08:48 pm
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