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भीड़ में जबरदस्त आक्रोश, नराधमों को फांसी देने की मांग

- भीड़ में जबरदस्त आक्रोश, मासूमों की सुरक्षा को लेकर नारेबाजी, नराधमों को फांसी देने की मांग - पोस्टमॉर्टम रिर्पोट में हुआ खुलासा, बलात्कार के बाद गला घोंट कर की गई हत्या - साढ़े तीन साल बच्ची के साथ अप्राकृतिक यौन संबंध भी बनाए, सिर में चोट - गोड़ादरा क्षेत्र में लापता हुई बच्ची का शव मिलने का मामला

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भीड़ में जबरदस्त आक्रोश, नराधमों को फांसी देने की मांग


सूरत. गोडादरा क्षेत्र में रविवार रात घर के बाहर खेलते हुए लापता हुई साढ़े तीन साल बच्ची के साथ बलात्कार करने के बाद उसका गला घोंट कर उसकी हत्या की गई है। पुलिस ने शक के दायरे में आए आरोपित युवक की खोज में अलग अलग टीमें रवाना कर दी है।


मामले की जांच कर रहे सहायक पुलिस आयुक्त विनय शुक्ल ने बताया कि पोस्टमार्टम रिर्पोट में रविवार रात दस बजे से बारह बजे के दौरान बच्ची की मौत की वजह से गला घोंटने की वजह से होने की बात बताई गई है। साथ ही बच्ची से बलात्कार की भी पुष्टी की गई है। उन्होंने बताया कि आशंका है कि आरोपित अनिल यादव (20) ने रविवार रात साढ़े आठ बजे बहला फुसला कर उसका अपहरण किया। वह उसे इमारत के भूतल पर स्थित उसके कमरे में ले गया। जहां पर उसने उसके साथ बलात्कार उसके बाद पकड़े जाने के डर से उसने गला घोंट कर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद उसने शव प्लास्टिक के एक थैले में डाल दिया और अपने कमरे को ताला लगा कर फरार हो गया।


अप्राकृतिक यौन संबंध बनाए, सिर में चोट


सूत्रों का कहना हैं कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चिकित्सकों ने बच्ची के सिर में अंदरुनी चोंट होने तथा बच्ची के साथ अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने के प्रयास का भी उल्लेख किया है। हालांकि पुलिस इस बारे में मौन है। सिर में चोट किसी ठोस चीज से मार लगने की वजह से हुई है।


बिहार समेत अन्य स्थानों पर भेजी टीमें


सूत्रों का कहना हैं कि मूल रूप से बिहार के रहने वाले अनिल यादव की खोज के लिए पुलिस ने बिहार में उसके मूल निवास समेत अन्य संभावित स्थानों पर अलग अलग टीमें रवाना की है। पुलिस मकान मालिक व अनिल के साथ रहने वाले उसके मित्रों से उसके बारे में पूछताछ कर जानकारी जुटा रही है।


शव लेने से किया इनकार, दो दिन में गिरफ्तारी का आश्वासन मिलने पर माने


जानकारी के अनुसार पोस्टमार्टम के दौरान पीडि़त महाराष्ट्रीयन परिवार के साथ बड़ी संख्या में लोग स्मीमेर अस्पताल पर जुट गए। उन्होंने आरोपित की गिरफ्तारी नहीं होने तक शव लेने से इनकार कर दिया। अस्पताल परिसर में उन्होंने मासूमों की सुरक्षा को लेकर नारेबाजी की तथा नराधमों को फांसी देने की मांग भी की। पुलिस महकमें के आलाधिकारियों के समझाने तथा दो दिन के अंदर आरोपित को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिए जाने पर वे शव लेने के लिए तैयार हुए।


आरोपी को फांसी दो, बच्ची से न्याय करो


स्मीमेर अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद सोमवार दोपहर दो बजे बच्ची के शव को गोडादरा स्थित उसके निवास पर लाया गया। वहां एक दो घर छोड़ कर एक रिश्तेदार के घर के सामने गमगीन माहौल में अंतिम विधी की गई। शाम चार बजे वहां से शमशान यात्रा निकाली निकाली गई। जिसमें एक हजार से अधिक लोग शामिल हुए। घर से करीब ३-४ किलोमीटर दूर लिम्बायत के रावनगर शमशान में उसे दफन किया गया।


शव यात्रा में दिखा आक्रोश, आरोपित को फांसी की मांग


घर पैदल निकली शव यात्रा में लोगो का नराधम के प्रति जबरदस्त आक्रोश देखने को मिला। हाथों में तरह तरह के बैनर लेकर चल रहे लोग बच्ची को न्याय दिलवाने की मांग कर रहे थे। आरोपित अनिल यादव मुर्दाबाद के नारे लगा कर उसे फांसी की सजा देने की मांग कर रहे थे। लिम्बायत थाने के सामने पहुंचने पर लोगो ने कुछ देर रुक कर नारेबाजी की उन्होंने पुलिस व प्रशासन के खिलाफ तो नारे नहीं लगाए लेकिन आरोपित को गिरफ्तार कर फांसी की सजा देने की मांग जरुर की।


शव यात्रा के दौरान व्यापारियों ने बंद रखे प्रतिष्ठान


इस घृणित घटना के सामने आने के बाद मंगलवार सुबह गोडादरा क्षेत्र में कुछ लोगो ने व्यापारियों से उनकी दुकानें बंद रखने की अपील की थी। सुबह कुछ स्थानों पर दुकानें बंद करवाने के छिट-पुट प्रयास भी हुए थे। लेकिन सुबह तो बाजार खुले लेकिन शव यात्रा के दौरान कुछ समय के लिए व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान स्वयंभू बंद रखे।


बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा


गोडादरा में लापता हुई बच्ची का शव मिलने के बाद से घर के आस पास के इलाके में पुलिस बल तैनात कर दिया गया था। मंगलवार को शव यात्रा निकलने के समय लोगों की भीड़ को देखते हुए डीसीपी के नेतृत्व में लिम्बायत पुलिस के अलावा, क्राइम ब्रांच व बड़ी संख्या में एसआरपी जवानों को तैनात किया गया था। शव यात्रा में पुलिस के आलाधिकारी पैदल ही साथ चले।


उत्तरभारतीय लारी-गल्ले वालों के यहां तोडफ़ोड़


सूरत. सूत्रों का कहना हैं कि गोड़ादरा क्षेत्र में मंगलवार शाम बच्ची की शव यात्रा निकलने के बाद कुछ स्थानों पर छिटपुट घटनाएं हुई। लोगो ने उत्तरभारतीय लारी गल्ले वालों को निशाना बनाया। डुंभाल क्षेत्र में एक फल वाले की लारी उलट दी। लेकिन पुलिस ने तुंरत हरकत में आते हुए स्थिती को नियंत्रण में लिया। लिम्बायत पुलिस का कहना हैं कि उत्तरभारतीयों पर हमले का कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है।