
चलती ट्रेन में एक से दूसरे कोच में जाते फेरी वाला वापी स्टेशन से गिरफ्तार
सूरत और मुम्बई के बीच अनाधिकृत फेरिए का चलती ट्रेन में जान जोखिम में डालकर एक कोच से दूसरे डिब्बे में जाने का वीडियो वायरल होने के बाद रेलवे महकमे में हडक़म्प मच गया है। मुम्बई मंडल अधिकारियों के सख्त निर्देश के बाद वापी रेलवे सुरक्षा बल ने फेरिए को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की है। राजस्थान पत्रिका ने 7 फरवरी के अंक में ‘खतरनाक! चलती ट्रेन में एक से दूसरे कोच में जाते फेरी वाले का वीडियो वायरल’ शिर्षक से खबर प्रकाशित की थी। इसके बाद रेल प्रशासन हरकत में आया और 24 घंटे में अनाधिकृत फेरिए को गिरफ्तार किया है।
सूत्रों के अनुसार सूरत और उधना रेलवे स्टेशन के साथ यहां से गुजरने वाली ट्रेनों में अनाधिकृत फेरियों की संख्या काफी बढ़ गई है। ये फेरिए यात्रियों को गुणवत्ताहीन खाद्य सामग्री महंगे दामों में परोसते है। वहीं रेलवे प्रशासन तथा रेलवे सुरक्षा बल के जवानों की लापरवाही के कारण फेरियों पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं होती है। हालांकि सप्ताह में एक-दो दिन खानापूर्ति करने के लिए विशेष ड्राइव जरुरी चलाई जाती है। लेकिन अगले दिन ही छूटने के बाद वह फिर से ट्रेनों में खाद्य सामग्री बेचने निकल पड़ते है। हाल में राजस्थान पत्रिका ने 42 सेकंड के एक वायरल वीडियो की खबर प्रकाशित की थी। इसमें सूरत से मुम्बई के बीच सूर्यनगरी सुपरफास्ट एक्सप्रेस में एक फेरिया चलती ट्रेन में एक से दूसरे कोच मे जाते दिखाई देता है। वायरल वीडियो में फेरिए के दोनों कंधे पर दो बैग लटके हुए होते है। जबकि ट्रेन में फेरी वाले के लटकने के दौरान रेलवे किमी 157/28, 158/2 और एलसी गेट 72 दिखाई देता है। राजस्थान पत्रिका में खबर प्रकाशित होने के बाद रेलवे प्रशासन हरकत में आ गया। मुम्बई मंडल में रेलवे सुरक्षा बल के वरिष्ठ अधिकारियों ने फेरी वाले को पकड़ कर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। वापी रेलवे सुरक्षा बल ने वीडियो देखने के बाद एक बाहरी व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जो चलती ट्रेन में लटक कर एक दरवाजे से दूसरे दरवाजे मे जाते हुए दिखाई देता है। उसका नाम राजेन्द्र पुत्र सुखराम यादव (30) है। वह सूरत में आसपास मीरा नगर सोसायटी में रहता है। राजेन्द्र के खिलाफ ट्रेन में फेरी लगाने, न्यूसेंश तथा खतरनाक तरीके से लटक कर कोच पार करने के लिए रेल अधिनियम की विभिन्न धाराओं 144 (1), 145 (बी) और 156 के तहत मामला दर्ज किया हैं। राजेन्द्र ने बताया कि वह ट्रेनों मे अनाधिकृत रूप से खाद्य सामग्री बेचने का कार्य करता है। जबकि वीडियो के संबंध मे राजेन्द्र ने बताया कि वीडियो में दिखने वाला व्यक्ति वह खुद है। यह वीडियो बहुत समय पुराना है, जब गाड़ी का वापी स्टेशन पर ठहराव नहीं था। रेलवे ने बताया कि गिरफ्तार फेरिया राजेन्द्र को जमानत पर रिहा किया गया है। अब उसे 10 फरवरी को न्यायालय के समक्ष पेश किया जाएगा, जहां से न्यायालय के निर्देशानुसार कार्रवाई की जाएगी।
ट्रेन में घूमने वाले अन्य फेरियों पर कार्रवाई कब?
सूरत रेलवे स्टेशन पर मेल-एक्सप्रेस पैसेंजर ट्रेनों के आते ही झूंड में अनाधिकृत फेरिए ट्रेन में सवार हो जाते है। प्लेटफार्म से ट्रेन छूटते ही फेरिए अलग-अलग कोचों में सवार हो जाते है। राजस्थान पत्रिका ने पूर्व में अनाधिकृत फेरियों के झूंड का फोटो के साथ खबर प्रकाशित की है। इसी तरह की स्थिति उधना, नवसारी, वलसाड, वापी समेत अलग-अलग स्टेशनों पर दिखाई देती है। लेकिन ट्रेन में घुमने वाले अनाधिकृत फेरियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती है। इस बार भी रेलवे ने वीडियो वायरल होने तथा राजस्थान पत्रिका में खबर छपने के बाद एक फेरियो को गिरफ्तार किया है। लेकिन ट्रेन में घूमने वाले अन्य अनाधिकृत फेरियों पर कब कार्रवाई होगी इस पर रेलवे ने चुप्पी साध रखी है।
2022 में फेरियों से वसूला 45.39 लाख जुर्माना
सूरत से वापी के बीच रेलवे सुरक्षा बल ने वर्ष 2022 में अनाधिकृत रूप से ट्रेनों में घूमने वाले अनाधिकृत फेरियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। सीनियर अधिकारियों के निर्देशानुसार विशेष टीमों द्वारा अभियान भी चलाया गया है। इस दौरान 5,119 अनाधिकृत फेरियों को पकड़ कर रेलवे न्यायालय, सूरत के समक्ष पेश किया गया और कुल 45,39,950 रुपए जुर्माना लगाकर दंडित किया है। जबकि वर्ष 2023 मे अब तक कुल 929 फेरियों को पकड़ कर कुल 5,33,400 रुपए जुर्माना वसूला गया है।
Published on:
09 Feb 2023 09:32 pm
बड़ी खबरें
View Allसूरत
गुजरात
ट्रेंडिंग
