
गुजराती भाषा हमारा गौरव
नवसारी. मातृभाषा गुजराती के प्रति जागरुकता के उद्देश्य से नवसारी के एसबी गार्डा कॉलेज में राज्यभाषा नियामक कचहरी की ओर से राजभाषा प्रदर्शन व परिसंवाद का आयोजन किया गया। इसका उद्घाटन करते हुए जिला पंचायत डॉ.अमिता पटेल ने कहा कि भाषा अधिनियम के तहत हमने गुजराती को राजभाषा स्वीकार किया है। बच्चों को गुजराती भाषा के प्रति आकर्षित करने के लिए माहौल का निर्माण हमें करना होगा।
हमें गुजराती को भी नहीं भूलना चाहिए
उन्होंने वर्तमान में अंग्रेजी को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि हमें गुजराती को भी नहीं भूलना चाहिए और गुजराती साहित्य का पठन पर जोर दिया। इस अवसर पर उपस्थित गुजराती बाल विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति हर्षद शाह ने कहा कि हमारी भाषा गुजराती है और हमें हास्य, रुदन और स्वप्न में भी गुजराती का अनुभव करना है। उन्होंने अपनी भाषा को गौरव बताते हुए कहा कि इसे बढ़ाने के लिए एक ग्रुप बनाया है जिसमें गुजराती भाषा के व्याकरण समेत अन्य जानकारी है। उन्होंने कहा कि सिर्फ 12 देशों में अंग्रेजी का उपयोग होता है। गुजराती भाषा को जीवंत रखने के लिए उन्होंने हर गुजराती को अपनी भाषा के उपयोग का आह्वान किया। जबकि जिला शिक्षा अधिकारी केएफ वसावा ने बच्चों को गुजराती माध्यम स्कूलों में पढ़ाने की प्रवृत्ति को प्रोत्साहित करने पर जोर दिया। उन्होंने गुजराती भाषा के आदर का अनुरोध भी किया।
पारसी जहां गए अपने साथ गुजराती को भी लेकर गए
कॉलेज के ट्रस्टी केरसी देरबू ने गुजराती भाषा में पारसियों के विशेष योगदान की जानकारी देते हुए कहा कि पारसी जहां गए अपने साथ गुजराती को भी लेकर गए। इस मौके पर डॉ. महावीर सिंह गोहिल, गुजराती साहित्य अकादमी के डॉ. अजय सिंह चौहाण, कॉलेज के प्रभारी आचार्य डॉ. धर्मवीर गुर्जर ने भी गुजराती भाषा की विशेषता पर विचार प्रकट किए। इस परिसंवाद में बड़ी संख्या में छात्र, अध्यापक व शहरीजन उपस्थित थे।
Published on:
30 Aug 2018 11:08 pm
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