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ग्रे खरीदना बंद करने से प्रोसेसिंग इकाइयों में जॉब वर्क का टोटा

जीएसटी के विरोध में कपड़ा व्यापारियों की हड़ताल तो समाप्त हो गई, लेकिन अभी तक कपड़ा उद्योग पर उसका

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Mukesh Kumar Sharma

Jul 28, 2017

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सूरत।जीएसटी के विरोध में कपड़ा व्यापारियों की हड़ताल तो समाप्त हो गई, लेकिन अभी तक कपड़ा उद्योग पर उसका असर दिख रहा है। व्यापारियों की ओर से जॉब वर्क कम मिलने से प्रोसेसर्स ंिचंतित हैं। कई व्यापारी जीएसटी नंबर लेने के प्रोसेस में होने के कारण जॉब वर्क नहीं करवा रहे हैं। एकाध सप्ताह में हालात पहले जैसे होने की उम्मीद जताई जा रही है।
जीएसटी के कारण एक महीने पहले से कपड़ा व्यापार पर असर दिखने लगा था।

इसके बाद 18 दिन तक हड़ताल से कामकाज पूरी तरह बंद हो गया। व्यापारियों को उम्मीद थी कि कपड़ों से जीएसटी हटा लिया जाएगा, इसलिए उन्होंने ग्रे खरीदना बंद कर दिया था। इससे प्रोसेसिंग यूनिट भी बंद हो गई थीं। पिछले एक सप्ताह से दुकानें खुल रही हैं, लेकिन कई व्यापारियों के पास जीएसटी नंबर नहीं होने के कारण वीवर्स उन्हें ग्रे नहीं बेच रहे हैं और जिन वीवर्स के पास ग्रे है, वह प्रोसेसिंग यूनिट को नहीं भेज पा रहे हैं। व्यापारी जीएसटी नंबर की उधेड़बुन से नहीं निकल पाए हैं। इससे प्रोसेसिंग यूनिटों में भी जॉब वर्क का अभाव है। प्रोसेसर्स के अनुसार अभी उनके पास 60-70 प्रतिशत जॉब वर्क है।

एकाध सप्ताह लगेगा

&जीएसटी के कारण 18 दिन तक मार्केट बंद रहने के कारण कपड़ा उद्योग से जुड़े सभी घटकों पर असर पड़ा है। प्रोसेसिंग यूनिटों में भी कामकाज घटा है, लेकिन एकाध सप्ताह में परिस्थिति सुधर जाएगी।जीतू वखारिया, प्रमुख, साउथ गुजरात टैक्सटाइल प्रोसेसिंग एसोसिएशन

पहले जैसा काम नहीं

&प्रोसेसिंग यूनिटों में पहले जैसा काम तो नहीं है, लेकिन अभी 60-70 प्रतिशत जॉब वर्क है। कई व्यापारी जीएसटी नंबर नहीं होने से काम नहीं कर पा रहे हैं।
कमल विजय तुलस्यान, प्रोसेसर

जल्द पटरी पर

&कई व्यापारी जीएसटी नंबर नहीं ले पाए हैं। जैसे ही वह नंबर ले लेंगे, पूरा जॉब वर्क आने लगेगा।विशाल बुधिया, प्रोसेसर

वीविंग जॉब वर्क पर पांच प्रतिशत जीएसटी

सूरत. वीविंग जॉब वर्क पर पांच प्रतिशत जीएसटी है या 18 प्रतिशत, इसे लेकर कुछ दिनों से वीवर्स में असमंजस का माहौल था। बुधवार को फैडरेशन ऑफ इंडियन आर्ट सिल्क वीविंग इंडस्ट्री (फिआस्वी) ने स्पष्ट किया कि वीविंग जॉब वर्क पर पांच प्रतिशत जीएसटी लगेगा। वीवर्स ने इस बारे में केन्द्र सरकार से स्पष्टता के लिए गुहार लगाई थी। बुधवार को फैडरेशन ऑफ इंडियन आर्ट सिल्क वीविंग इंडस्ट्री के प्रमुख भरत गंाधी ने बताया कि इस सिलसिले में हुई बातचीत में अधिकारियों ने बताया कि वीविंग जॉब वर्क पर पांच प्रतिशत जॉब चार्ज लागू होगा। इस बारे में जल्द ही विभाग की ओर से भी स्पष्टीकरण दिया जाएगा।