
RTE : सूरत में आटीइ के लिए 2200 से ज्यादा आय प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए
सूरत.
राइट यू एज्यूकेशन एक्ट के अंतर्गत सूरत कॉर्पोरेशन में आए प्रवेश फॉर्म में दो हजार दो सौ से अधिक आय प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए हैं। फर्जी प्रमाण पत्रों को सोफ्टवेयर के माध्यम से पकड़ा गया। फर्जी प्रमाण पत्र जमा कर प्रवेश के लिए आवेदन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए कलक्टर को ज्ञापन सौंपा गया है।
पिछले साल की तरह इस साल भी आरटीइ के फॉर्म में फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया है। पिछले साल 200 से अधिक अभिभावकों ने फर्जी प्रमाण पत्र जमा कर प्रवेश लिया था। इस साल यह आंकड़ा दो हजार के पार हो गया है। आरटीइ में प्रवेश के लिए सूरत कॉर्पोरेशन में इस बार 9,809 से अधिक आवेदन आए हैं। सभी आवेदनों और उनके साथ जोड़े गए प्रमाण पत्रों की जांच की गई तो 2255 आवेदनों के आय प्रमाण पत्रों को फर्जी पाया गया। सोफ्टवेयर के माध्यम से पता चला कि कई प्रमाण पत्रों के बारकोड ही गलत हैं। इसलिए फिलहाल 7155 आवेदनों को ही स्वीकार किया गया है। इस मामले में कॉर्पोरेटर असलम साइकलवाला ने कलक्टर को ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने आरोप लगाया कि कई टाउट मिलकर अभिभावकों के साथ धोखा कर रहे हैं। अभिभावकों से 700 से 1500 रुपए वसूल कर वह फर्जी प्रमाण पत्र बनाकर देते हैं। ऐसे टाउट के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है। इस मामले में अलग-अलग जोन में कितने फर्जी आय प्रमाण पत्र बनाए गए और किस तरह बनाए गए, इसकी जांच की जा रही है।
चेतावनी का कोई असर नहीं
पिछले साल आरटीइ में गलत प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर प्रवेश लेने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की गई थी। सिर्फ विद्यार्थियों के प्रवेश रद्द कर दिए गए थे और पुलिस में शिकायत की खानापूर्ति की गई थी। इस साल फर्जी प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई थी। प्रमाण पत्र बनाने वालों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की बात कही गई थी, फिर भी हजारों अभिभावकों ने फर्जी प्रमाण पत्र लेकर प्रवेश के लिए आवेदन किया है।
Published on:
18 May 2018 08:11 pm
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