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सूरत

खास दिन बसा घर, दिव्यांग बेटियों ने लिए सात फेरे

सामूहिक विवाह सम्मेलन में 25 दिव्यांग जोड़े एक-दूजे के हुए
परिवारजनों की मौजूदगी में निभाईं सभी रस्में

सूरतFeb 15, 2018 / 12:43 pm

Sanjeev Kumar Singh

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सूरत.

कोई जन्म से पोलियोग्रस्त थी तो कोई हादसे में दिव्यांग हो गया… ऐसी 25 बेटियों के माता-पिता के सिर से उनके हाथ पीले करने की चिंता बुधवार को तब जाती रही, जब उनकी बेटियों ने योग्य वर के साथ सामूहिक विवाह सम्मेलन में अग्नि की साक्षी में फेरे लिए।
दिव्यांग सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन सिटीलाइट के महाराजा अग्रसेन भवन के पंचवटी हॉल में अग्रवाल विकास ट्रस्ट और युवा-महिला शाखा की ओर से किया गया।
वेलेंटाइन डे पर बुधवार को 25 दिव्यांग युवक-युवतियों ने एक-दूसरे का हाथ थामकर दाम्पत्य जीवन में प्रवेश किया। इससे पहले सुबह आयोजक ट्रस्ट की ओर से सभी दिव्यांगों की बारात निकाली गई। इसमें वर पक्ष के परिजनों के अलावा ट्रस्ट सदस्य भी झूमते-नाचते भवन तक आए। भवन के द्वार पर वरमाला का नजारा देख कइयों की आंखें नम हो गईं। किसी दुल्हन को आयोजक ट्रस्ट की महिलाओं ने गोद में उठाकर दूल्हे को वरमाला पहनवाई तो कुछ जोड़ों ने व्हीलचेयर पर ही इस रस्म को पूरा किया। कई बेटियों के परिजनों की आंखों से आंसू बह निकले और आयोजक ट्रस्ट के सदस्यों की आंखें भी नम हो गईं। फेरे, कन्यादान, विदाई की रस्में हॉल में पूरी की गईं। सम्मेलन की संयोजिका प्रेमा गुप्ता ने बताया कि सभी 25 दिव्यांग जोड़े दक्षिण गुजरात के डांग, नवसारी, वांसदा, व्यारा, सोनगढ़ आदि के आसपास के गांवों से हैं। ट्रस्ट ने सभी जोड़ों को गृहस्थी बसाने की आवश्यक वस्तुएं भेंट में दीं। इस दौरान अंबिका निकेतन की माताजी, नारी संरक्षण गृह की रूपल शाह, पूर्व शासक पक्ष नेता किशोर बिंदल, ट्रस्ट अध्यक्ष अनिल अग्रवाल, सचिव सज्जन जालान, युवा शाखा अध्यक्ष मनीष अग्रवाल, दीपा केडिया समेत कई लोग मौजूद थे।

गौरवपूर्ण और प्रेरणादायक
दिव्यांग सामूहिक विवाह सम्मेलन में शामिल वर लक्ष्मण बिराड़ी अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग क्रिकेटर है। हाल ही वह बांग्लादेश और नेपाल में आयोजित टूर्नामेंट में भाग ले चुका है। उसने बताया कि सामूहिक विवाह सम्मेलन तो कई संस्थाएं करती है, लेकिन दिव्यांगों के लिए सोचना बड़ी बात है। सभी जोड़ों का अग्नि की साक्षी में कन्यादान लेना, यह अग्रवाल विकास ट्रस्ट के लिए गौरवपूर्ण और अन्य सभी समाज-संगठनों के लिए प्रेरणादायक है।
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