-यूं बनाई गई है संग्रह योजना
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ व विश्व हिन्दू परिषद महानगर इकाई आधारित सूरत महानगर के सात जिलों में श्रीरामजन्मभूमि समर्पण निधि संग्रह समिति कार्यालय खुल चुके हैं और सभी जगहों पर सूर्यदेव के मकर राशि में प्रवेश के साथ ही शुक्रवार से संग्रह अभियान प्रारम्भ भी हो चुका है। अभियान के पहले पंद्रह दिन अर्थात 30 जनवरी तक बड़ी राशि का संग्रह किया जाएगा और यह राशि एक लाख से अधिक की है। इसके बाद एक फरवरी से 15 फरवरी तक घर-घर सम्पर्क किया जाएगा और इसमें 10, 100 व एक हजार रुपए के कूपन से समर्पण निधि संग्रहित की जाएगी।
-औद्योगिक-व्यापारिक स्तर
सूरत के हीरा, कपड़ा समेत अन्य व्यापार-उद्योग से जुड़े व्यवसायियों को इस मुहिम में जोड़ा गया है और हीरा उद्यमी गोविंद धोळकिया ने 11 करोड़ के सहयोग से इसकी शुरुआत की है। अब आगे इस कड़ी में हीरा, कपड़ा व अन्य उद्योग के कई उद्यमियों को जोडऩे के प्रयास किए जा रहे हैं। अनुमान के मुताबिक बड़े उद्यमियों से संग्रहित समर्पण निधि 40 करोड़ तक होगी।
-सामाजिक स्तर
शहर में अलग-अलग समाजों के कई सामाजिक संगठन है और इन समाजों से संग्रह की जिम्मेदारी समाज का ही कोई एक बड़ा संगठन देख रहा है। अकेले अग्रवाल समाज ने 5 करोड़ का लक्ष्य रखा है और अग्रवाल विकास ट्रस्ट की देखरेख में जारी संग्रह अभियान में अभी तक संग्रह राशि तीन करोड़ के पार भी पहुंच चुकी है। इस तरह से समर्पण निधि का लक्ष्य 20 करोड़ तक है।
-घर-घर सम्पर्क और बड़ी राशि
सूरत महानगर के सभी सात जिलों में 8 से 10 लाख घरों में जाकर अभियान से जुड़े कार्यकर्ता सम्पर्क साधेंगे। इसके लिए 10, 100 व एक हजार रुपए के कूपन की जिस तरह की व्यवस्था की गई है वो 40 करोड़ तक की है। यह कूपन कार्यकर्ता महानगर के प्रत्येक क्षेत्र में घर-घर जाकर व्यक्ति की ईच्छा मुताबिक दिए जाएंगे और समर्पण निधि संग्रहित की जाएगी।
-भाजपा का सहयोग 50 लाख करीब
श्रीरामजन्मभूमि मंदिर निर्माण निधि समर्पण अभियान के पहले ही दिन समिति के मुख्य कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में भाजपा के सभी सांसद, विधायक व अन्य पदाधिकारी मौजूद थे। कार्यक्रम के दौरान अधिकांश ने समर्पण निधि के चैक समिति के पदाधिकारियों को सौंपे और कुल सहयोग 50 लाख करीब का होने की जानकारी मिली है।