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शाम को घर से निकाला, रात को लौटे किशोर ने पिता का गला घोंट दिया

मारपीट से त्रस्त किशोर ने दो दोस्तों की मदद से शव खाड़ी किनारे फेंका लेकिन धरा गया

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शाम को घर से निकाला, रात को लौटे किशोर ने पिता का गला घोंट दिया

सूरत. मारपीट से त्रस्त एक सत्रह वर्षीय किशोर ने गला घोंट कर अपने शराबी पिता की हत्या कर और फिर दो दोस्तों की मदद से शव खाड़ी किनारे फेंक दिया। लेकिन क्राइम ब्रांच ने शव फेंकने में इस्तेमाल की गई ऑटो रिक्शा से हत्या का भेद उजागर कर शनिवार को किशोर व उसके दोनों मित्रों को पकड़ लिया।


क्राइम ब्रांच के सूत्रों के मुताबिक बुधवार को उधना नाथूभाई टावर के निकट खाड़ी किनारे से पुलिस को एक ४५ वर्षीय युवक का शव बरामद हुआ था। पुलिस ने मौके पर शिनाख्त के प्रयास किए लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। पुलिस ने आस पास के इलाके के सीसी टीवी फुटेज खंगाले जिनमें ऑटो रिक्शा संदिग्ध हालात में नजर आई। लेकिन उसका नम्बर स्पष्ट नहीं था। उधना पुलिस ने फुटेज कमांड एण्ड कंट्रोल को भेज दिया। फुटेज मिलने पर क्राइम ब्रांच भी जांच में जुट गई।

इस बीच पोस्ट मार्टम रिर्पोट में मृतक की गला घोंट की वजह से मौत होने पुष्टी होने पर उधना पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया। क्राइम ब्रांच ने फुटेज को एनालाइज कर रजिस्ट्रेशन नम्बर के आधार पर शनिवार को दक्षेश्वर नगर से ऑटो रिक्शा जब्त कर उधना डीके इंडस्ट्रियल एस्टेट निवासी विकास मगरे (20) व नवागाम डिंडोली गंगोत्री नगर निवासी सागर पाटिल (20) को गिरफ्तार किया व उनके सत्रह वर्षीय किशोर साथी को डिटेन किया।

उनसे पूछताछ में पुलिस को पता चला कि शव किशोर के पिता सुभाष उर्फ जोंटू दास (45) का था। कुछ समय पूर्व बीमारी के चलते पत्नी की मौत के बाद वह शराबी हो गया था। अक्सर शराब पीकर अपने सत्रह वर्षीय पुत्र व पन्द्रह वर्षीय पुत्री से मारपीट करता था। जिसकी वजह से दोनों उससे त्रस्त थे।


टेबल से रस्सी का छोर बांध लगाई फांसी


कपड़ा बाजार में दिहाड़ी मजदूरी करने वाले किशोर को उसने बुधवार को भी पीटा और घर से बाहर निकाल दिया। कुछ समय इधर उधर भटकने के बाद रात १२ बजे वह घर लौटा। उस वक्त सुभाष सो रहा था। उसने घर के बाहर कपड़े सुखाने के लिए लगाई गई प्लास्टिक की रस्सी ले ली। फिर रस्सी का एक छोर करीब में रखे टेबल से बांध दिया।

फिर बड़ी सफाई से रस्सी सुभाष के गले में लपेट ली। उसके बाद रस्सी का एक छोर खींच कर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद उन्होंने ऑटो रिक्शा चलाने वाले अपने दोनों मित्रों सागर और विकास मदद मांगी। फिर तीनों ने शव ऑटो रिक्शा में डाला और उसे नाथू भाई टावर के निकट खाड़ी किनारे फेंक दिया।


महीना भर पहले बहन पर किया था हमला


आरोपित किशोर ने पुलिस को बताया कि उसके पिता सुभाष ने महीना भर पूर्व उसकी बहीन को भी पीटा था। उसकी हत्या करने के इरादे से उस पर चाकू से हमला करने का प्रयास किया था। लेकिन घर से बाहर भाग गई थी। वह चाकू लेकर उसके पीछे भी दौड़ा लेकिन मोहल्ले के लोगों ने बीच बचाव कर किसी तरह से उसे शांत किया। तब से उसे डर था कि वह उसकी या उसकी बहीन की हत्या भी कर सकता है। इसलिए उसे मौत के घाट उतार डाला।