सूरत. सरथाणा स्थित तक्षशिला आर्केड में शुक्रवार को अग्निकांड के वक्त मौके पर मौजूद एक सामाजिक कार्यकर्ता प्रकाश वेकरिया इस हादसे के लिए पूरे तरह से प्रशासन को ही जिम्मेदार बताते है। उन्होंने बताया कि घटना के वक्त मैं मौके पर मौजूद था। बच्चे मदद के लिए चिल्ला रहे थे लेकिन मौके पर मौजूद दमकलकर्मी उन्हें देख रहे थे। वे समझ ही नहीं पा रहे थे कि क्या करें और क्या न करे। साढ़े आठ बजे आग बूझने पर उनके साथ शव निकालने के लिए मैं भी इमारत में गया। अंदर बच्चों के शव एक दूसरे से लिपटे हुए थे। शायद वे तंदूर बन चुकी इमारत में एक दूसरे से लिपट कर मदद का इंतजार कर रहे थे। उन शवों को अलग कर कपड़े की झोलियों में नीचे लाया गया। उन्होंने बताया कि इस हादसे के लिए पूरी तरह से मनपा प्रशासन जिम्मेदार है। जिन्होंने इस इमारत के निर्माण व उपयोग की मंजूरी दी। इम्पैक्ट फीस लेकर उपरी मंजिल पर अवैध रूप से बनाए गए फाइबर के शेड को भी वैध कर दिया गया। दक्षिण गुजरात विज कंपनी ने भी इमारत के ठीक बगल से मात्र चार फिट की दूरी से हाइटेंशन केबल निकाल रखी है। इस हादसे के लिए उपर से नीचे तक जितने भी प्रशासनिक अधिकारी जिम्मेदार है। उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए तभी हालात सुधरेंगे।