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रेलवे स्टेशनों पर तीसरी नजर मुस्तैद, संदिग्ध रहेंगे निगरानी में

उधना, नवसारी, वलसाड और वापी में सीसीटीवी लगाने का कार्य पूरा रेलटेल ने दस स्टेशनों पर एडवांस वीडियो सर्विलांस सिस्टम स्थापित किया है

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रेलवे स्टेशनों पर तीसरी नजर मुस्तैद, संदिग्ध रहेंगे निगरानी में

रेलवे स्टेशनों पर तीसरी नजर मुस्तैद, संदिग्ध रहेंगे निगरानी में

सूरत.

सूरत रेलवे स्टेशन पर एडवांस सीसीटीवी कैमरे लगाने का प्रोजेक्ट अधर में हैं, लेकिन सूरत के पास सेटेलाइट स्टेशन के तौर पर विकसित हो रहे उधना रेलवे स्टेशन पर 25 कैमरे लगाने का कार्य पूरा हो गया है। इसके अलावा नवसारी, वलसाड और वापी स्टेशन पर भी 91 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। ट्रेनों में शराब लेकर चढऩे वाले या अन्य किसी भी संदिग्ध पर नजर रखने में रेलवे को आसानी होगी।

पश्चिम रेलवे के मुम्बई रेल मंडल में मुम्बई-अहमदाबाद और नई दिल्ली रूट पर सबसे महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशनों में सूरत शामिल है। यहां से प्रतिदिन ३८० ट्रेनें गुजरती हैं, जिसमें दो लाख से अधिक यात्री सफर करते हैं। इससे सूरत स्टेशन को 403 करोड़ रुपए की सालाना आय होती है। इसके बावजूद सूरत स्टेशन पर एडवांस सीसीटीवी कैमरे लगाने का कार्य काफी समय से लंबित है। सूत्रों ने बताया कि पश्चिम रेलवे ने हाल में ही मुम्बई रेल मंडल समेत अलग-अलग स्टेशनों पर एडवांस सीसीटीवी कैमरे लगाने का टेंडर जारी किया था।

राजस्थान पत्रिका ने उधना, नवसारी स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरे लगाने का कार्य शुरू होने पर खबर भी प्रकाशित की थी। अब पश्चिम रेलवे के दस रेलवे स्टेशनों पर रेलटेल द्वारा एडवांस वीडियो सर्विलांस सिस्टम (वीएसएस) स्थापित करने का कार्य पूरा कर लिया गया है।
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी रविंद्र भाकर ने बताया कि स्टेशन एरिया में बेहतर कवरेज और क्लीयर इमेज के लिए 4 प्रकार के फुल एचडी कैमरा-डोम टाइप (आंतरिक क्षेत्र के लिए), बुलेट टाइप (प्लेटफॉर्म के लिए), पैन टिल्ट ज़ूम टाइप (पार्किंग क्षेत्र के लिए) और अल्ट्रा एचडी-4के कैमरा (महत्वपूर्ण स्थानों के लिए) उपलब्ध कराए हैं। इन सीसीटीवी कैमरों की मॉनिटरिंग के लिए रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) कार्यालय में नियंत्रण कक्ष विकसित किया गया है।

स्टेशन परिसर में लगे सभी कैमरों को विभिन्न स्क्रीनों से जोड़ा गया है, जिससे सीसीटीवी कैमरा लाइव फीड प्रदर्शित होता है। यात्रियों की सुरक्षा एवं संरक्षा में वृद्धि के मद्देनजर शीघ्र ही इन रेलवे स्टेशन परिसरों में उपलब्ध कराए गए सभी सीसीटीवी कैमरों को ऑप्टिकल फाइबर केबल पर नेटवर्क से जोड़ा जाएगा। सीसीटीवी कैमरों की वीडियो फीड को एक केंद्रीयकृत सीसीटीवी नियंत्रण कक्ष में लाया जाएगा, जहां वीडियो फीड की निगरानी आरपीएफ कर्मियों द्वारा की जाएगी।

रेलवे स्टेशनों पर कैमरों की संख्या
उधना- 25
नवसारी- 24
वलसाड- 34
वापी- 33

शराब की हेराफेरी पर लगेगी लगाम!

मुम्बई से चलने वाली पैसेंजर, सुपरफास्ट-एक्सप्रेस और मेल एक्सप्रेस ट्रेनों में शराब की बड़ी खेप रोजाना सूरत-उधना स्टेशन लाई जाती हैं। पश्चिम रेलवे ने उधना और नवसारी के तुलना में वापी और वलसाड स्टेशन पर कैमरों की संख्या बढ़ाकर लगाई है। सूत्रों ने बताया कि वापी तथा वलसाड स्टेशन से शराब की हेराफेरी करने वाले लोगों पर नजर रखने के लिए अधिक कैमरे लगाए गए हैं। हालांकि इन सीसीटीवी कैमरों से शराब की हेराफेरी करने वालों पर लगाम लगेगी या नहीं यह आने वाला समय बताएगा। हाल में ट्रेन में शराब मिलने के कारण यात्रियों ने चेन पुलिंग करके हंगामा किया तथा ट्रेनों को काफी देर तक रोके रखा था।

निर्भया फंड के तहत स्थापित

पश्चिम रेलवे के दस स्टेशनों पर चौबीसों घंटे सीसीटीवी सर्विलांस प्रणाली लगाने का कार्य निर्भया फंड के अंतर्गत पूरा किया गया है। इस वीडियो सर्विलांस सिस्टम के बारे में रेलटेल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक पुनीत चावला ने कहा प्रथम चरण में रेलटेल 200 स्टेशनों पर अखिल भारतीय स्तर पर वीडियो सर्विलांस सिस्टम स्थापित कर रहा है। अब तक भारत में 81 स्टेशनों पर कार्य पूरा किया गया है। वीडियो सर्विलांस सिस्टम को शीघ्र ही अन्य स्टेशनों और कोचों तक विस्तारित किया जाएगा। महिलाओं की बेहतर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निर्भया फंड का उपयोग करते हुए इस कार्य को किया जा रहा है।

पांच टीबी डाटा प्रतिमाह होगा खर्च

स्टेशन पर स्थापित प्रत्येक एचडी कैमरा लगभग एक टीबी डाटा एवं 4के कैमरा 4 टीबी डाटा प्रति माह खपत करता है। सीसीटीवी कैमरा के वीडियो फीड की रिकॉर्डिंग को प्लेबैक, पोस्ट इवेंट विश्लेषण और जांच संबंधी उद्देश्य के लिए तीस दिनों के लिए सुरक्षित रखा जाएगा। महत्वपूर्ण वीडियो को लम्बी अवधि के लिए सुरक्षित रखा जाएगा। इस वीडियो सर्विलांस सिस्टम से रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों और रेलवे सम्पत्ति की बेहतर सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी।

प्रीमियम ट्रेनों एवं इएमयू कोच में लगेंगे कैमरे

रेल मंत्रालय ने रेलटेल के द्वारा पश्चिम रेलवे के अंतर्गत दस रेलवे स्टेशनों पर कार्य पूरा कर लिया है। इसमें उधना, नवसारी, वलसाड, वापी, भावनगर टर्मिनस, वेरावल, नागदा, वीरमगाम, राजकोट और गांधीधाम पर वीडियो सर्विलांस सिस्टम (वीएसएस) आधारित एडवांस इंटरनेट प्रोटोकॉल (आइपी) स्थापित किया है। रेलवे बोर्ड ने सभी रेलवे स्टेशनों, प्रीमियम और इएमयू कोचों में वीडियो एनालिटिक्स एवं फेशियल रिकग्निशन प्रणाली आधारित आइपी उपलब्ध कराने का कार्य रेलटेल को सौंपा है। रेलटेल ए1, ए, बी, सी, डी और ई श्रेणी के स्टेशनों, प्रीमियम ट्रेनों के कोचों और उपनगरीय ईएमयू कोचों में वीडियो निगरानी प्रणाली उपलब्ध करा रहा है।