मीरा आज ऐसी 50 बालिकाओं की मां बनकर देखभाल कर रही हैं, जिन्हेंं उनके माता-पिता ने भी किसी न किसी कारण से छोड़ दिया है। उन्होंने ऐसी महिलाओं को भी सहारा दिया है, जिनके गोद में बच्चे थे। लेकिन उनके पति और परिजन का कुछ पता नहीं था। कुछ ऐसी किशोरियां भी हैं, जो अनाचार की भी शिकार हो चुकी हैं। उन्होंने लगभग 200 से अधिक महिलाओं को पुनर्वास के माध्यम से सशक्त किया है।