मीरा ने वर्ष 1998 में उदयपुर के ग्राम सोहगा के 30 बच्चों को गोद लेकर समाजसेवा के क्षेत्र में संघर्ष की शुरूआत की थी। उन्होंने 30 बच्चों को बिना किसी मदद के न केवल उन्हें शिक्षित किया, बल्कि उन्हें आगे बढऩे के लिए प्रेरित भी किया था। आज मीरा ऐसी 50 बालिकाओं की मां बनकर देखभाल कर रही हैं, जिन्हेंं उनके माता-पिता ने भी किसी न किसी कारण से छोड़ दिया है।