
महाशिवरात्रि पर ही खुलते हैं ये मंदिर
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से करीब 45 किलोमीटर दूर स्थित रायसेन किले में सोमेश्वर महादेव का मंदिर है। यह मंदिर सिर्फ महाशिवरात्रि के दिन ही भक्तों के लिए खुलता है। इस दिन मेला भी लगता है। 11वीं शती के इस मंदिर के दरवाजे पर लोग कपड़ा बांधते हैं। मान्यता है कि इससे हर मनोकामना पूरी होती है। इस किले और मंदिर के देखरेख की जिम्मेदारी भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के पास है।
जयपुर के मोती डूंगरी पहाड़ी पर स्थित एकलिंगेश्वर महादेव मंदिर को शंकर गढ़ी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर भी आम भक्तों के लिए महाशिवरात्रि के दिन ही खुलता है। मान्यता है कि इस मंदिर की स्थापना जयपुर शहर से भी पहले की गई थी। पहले राज परिवार के लोग हर साल सावन के महीने में सहस्त्रघट रुद्राभिषेक जैसे धार्मिक आयोजन कराते थे। पहाड़ी के निचले इलाके में खूबसूरत बिड़ला मंदिर और गणेश जी का भी मंदिर है। इस तरह एक ही जगह पर तीन मंदिरों के दर्शन का अवसर मिलता है। इसी वजह से यहां दर्शन के लिए महाशिवरात्रि के एक दिन पहले ही भीड़ आने लगती है। हालांकि पुजारी यहां नियमित पूजा अर्चना करते हैं।
raj rajeshwar temple jaipur rajasthan इतिहासकारों के अनुसार राजराजेश्वर मंदिर महाराजा रामसिंह का निजी मंदिर है, उन्होंने शिव के भूतेश्वर स्वरूप की जगह राजराजेश्वर स्वरूप की प्रतिष्ठा कराई है। यहां भगवान के सोने का सिंहासन, सोने का मुकुट, नेपाल से मंगाया गया पक्षीराज का चित्र भी मौजूद है। राज राजेश्वर मंदिर महाशिवरात्रि के साथ अन्नकूट के दिन भी खुलता है।
Updated on:
26 Feb 2025 10:25 am
Published on:
07 Mar 2024 06:16 pm
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