आखिरी साल है पेस का
46 साल के लिएंडर पेस पहले ही यह संकेत दे चुके हैं कि यह पेशेवर टेनिस सर्किट में यह उनका ने आखिरी साल है। साल की शुरुआत में ही उन्होंने इस साल के बाद अंतरराष्ट्रीय सर्किट से संन्यास की घोषणा के संकेत दिए थे। पेस ने अब तक अपने करियर में कुल 18 युगल ग्रैंड स्लैम खिताब जीते हैं। इनमें आठ पुरुष युगल वर्ग में और 10 मिश्रित युगल में हैं। उन्होंने 1996 के टटलांटा ओलंपिक में पुरुष एकल में भारत को कांस्य पदक भी दिलाया था।
लिएंडर पेस की हार के बाद ऑस्ट्रेलियाई ओपन में अब इकलौते भारतीय खिलाड़ी रोहन बोपन्ना ही बचे हैं। वह मिश्रित युगल वर्ग के के क्वार्टर फाइनल अपनी यूक्रेनियाई जोड़ीदार नादिया किचनोक के साथ जगह बना चुके हैं। 39 साल के बोपन्ना बुधवार को मिश्रित युगल वर्ग के क्वार्टर फाइनल में निकोला मेकटिच और बारबोरा क्राजिकोवा से भिड़ेंगे।
फेडरर पहुंचे सेमीफाइनल में
स्विट्जरलैंड के स्टार टेनिस खिलाड़ी रोजर फेडरर (Roger Federer) ने मंगलवार को यहां सात मैच प्वाइंट्स बचाते हुए ऑस्ट्रेलियन ओपन (Australian Open) टेनिस टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में जीत हासिल कर साल के पहले ग्रैंड स्लैम के अंतिम चार में प्रवेश कर लिया। बता दें कि छह बार ऑस्ट्रेलियन ओपन अपने नाम करने वाले फेडरर पिछले 17 सालों में 15वीं बार इस टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंचे हैं। उन्न्होंने पुरुष एकल वर्ग के अंतिम आठ के मुकाबलेमें अमरीका के टेनीज सेंडगरेन को पांच सेटों तक चले कड़े संघर्षपूर्ण मुकाबले में 6-3, 2-6, 2-6, 7-6 (8), 6-3 से मात दी।
ऑस्ट्रेलियन ओपन में इससे पहले खेले गए महिला एकल वर्ग के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में विश्व नंबर एक ऑस्ट्रेलिया की एश्ले बार्टी और अमरीका की सोफिया केनिन ने अपने-अपने मुकाबले जीतकर अंतिम चार तक का सफर किया। सेमीफाइनल में इन्हीं दोनों के बीच मुकाबला खेला जाएगा। बार्टी ने पिछले साल की उपविजेता चेक गणराज्य की सातवीं सीड पेत्रा क्वितोवा को 7-6, 6-2 से मात दी। इसी के साथ वह 36 साल के इतिहास में दूसरी ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी बनीं जो सेमीफाइनल में पहुंची हैं। बार्टी से पहले ऑस्ट्रेलिया की वेंडी टर्नबुल 1984 में इस टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंची थीं। वहीं सोफिया केनिन ने ट्यूनीशिया की ओंस जेबुउर को हरा किसी ग्रैंड स्लैम के अंतिम चार में पहली बार जगह बनाई।