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अंपायर को चोर और झूठा कहना सेरेना को पड़ा भारी, लगा करीब 17,000 डॉलर का जुर्माना

अमरीका की स्टार टेनिस प्लेयर सेरेना विलियम्स को यूएस ओपन के फाइनल में अंपायर से उलझने के कारण 17,000 यूएस डॉलर का जुर्माना लगाया गया है।

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अंपायर को चोर और झूठा कहना सेरेना को पड़ा भारी, लगा करीब 17,000 डॉलर का जुर्माना

नई दिल्ली। अमरीका की स्टार टेनिस प्लेयर सेरेना विलियम्स को यूएस ओपन टेनिस टूर्नामेंट के फाइनल में अंपायर से उलझना भारी पड़ा है। यूएस ओपन के आयोजकों ने उनके बतार्व के लिए 17,000 डॉलर का भारी भरकम जुर्माना लगाया है। 17 हजार डॉलर को भारतीय रुपये में बदले तो यह रकम करीब 12 लाख 31 हजार 310 रुपया होता है। बताते चले कि रविवार को खेले गए अमरीकी ओपन के महिला सिंगल्स के खिताबी मुकाबले में सेरेना विलियम्स का मुकाबला जापान की नाओमी ओसाका से था। ओसाका ने इस मुकाबले में सेरेना को सीधे सेटो में मात दी थी।

कोच से मदद लेने पर बिफरे थे अंपायर-
अमरीकी ओपन के फाइनल मुकाबले में सेरेना और मैच अंपायर के बीच विवाद ने काफी सुर्खियां बटोरी हैं। सेरेना को फाइनल में जापान की 20 वर्षीय खिलाड़ी नाओमी ओसाका ने सीधे सेटों में 6-2, 6-4 से हराया था। सेरेना पर फाइनल मैच के दूसरे सेट के दौरान अपने कोच से इशारों में मदद लेने पर मैच के अंपायर पुर्तगाल के कार्लोस रामोस ने अंक का दंड लगाया था।

अंपायर को सेक्सिट कहा था -
इसके अलावा, सेरेना पर कोर्ट में गुस्से से अपना रैकेट फेंकने और अंपायर को अपशब्द कहने के भी आरोप लगे। उन्होंने कार्लोस को चोर कहा था। सेरेना पर यह जुर्माना रविवार को लगा। उन्होंने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में अंपायर पर लैंगिकवाद (सेक्सिट) का आरोप लगाया था। अमेरिका की दिग्गज खिलाड़ी ने कहा कि उन्होंने पुरुष खिलाड़ियों को अंपायरों को 'बहुत कुछ' कहते सुना है, लेकिन उन्हें इस व्यवहार के लिए कभी भी दंडित नहीं किया गया।

पुरस्कार राशि ने निकाला जाएगा रकम-
अमरीकी ओपन के फाइनल में खेलने के लिए सेरेना को 18.5 लाख डॉलर की राशि मिली है। उन पर लगा जुर्माना इसी राशि से निकाला जाएगा। पिछले साल मां बनने के बाद टेनिस कोर्ट पर वापसी करने वाली सेरेना विलियम्स ग्रैंडस्लैम के फाइनल में पहुंचने में पहली बार सफल हो सकी थी। लेकिन ओसाका के हाथों मिली हार ने उनकी उम्मीदों को तोड़ दिया। वहीं दूसरी ओर ओसाका के लिए यह जीत बहुत बड़ी है। कारण कि वो किसी ग्रैंडस्लैम खिताब को जीतने वाली पहली जापानी खिलाड़ी है।