
1 lakh taken in the name of solving the case of abetment to suicide
टीकमगढ़/दिगौड़ा. आत्महत्या के लिए पे्ररित करने का मामला सुलझाने के नाम पर आरोपियों से एक लाख रुपए लेने का मामला सामने आया है। इसकी शिकायत पुलिस के पास पहुंचने पर यह रकम वापस कर राजीनाम किया गया है। मामला थाना क्षेत्र के गांव बछौड़ा का है।
थाना क्षेत्र के ग्राम बछौड़ा के बंदना खिरक पर 17 सितंबर को भईयन पाल ने अपने खेत पर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में उसकी पत्नी अंगूरी पाल ने परिवार के ही चेना पाल, दयाली पाल व मुलायम पाल पर आरोप लगाए थे कि संपत्ति के बंटवारे को लेकर आरोपियों द्वारा दबाव बनाया जा रहा था। इससे परेशान होकर उसके पति ने यह कदम उठाया था। इसके बाद पुलिस ने उक्त आरोपियों पर हत्या के लिए प्रेरित करने का मामला दर्ज कर लिया था।
मामला दर्ज होने पर हुआ खुलासा
जांच के बाद जब पुलिस ने आरोपियों पर मामला दर्ज कर लिया तो आरोपी चैना पाल के पुत्र मायाराम ने थाना प्रभारी को एक आवेदन सौंपा। इसमें बताया गया था कि घटना के बाद गांव में ही रहने वाले बकील कैलाश अहिरवार उनके पास आए थे और इस मामले से बचाने के लिए 1 लाख रुपए की मांग की थी। इस पर उसने 70 हजार रुपए में अपनी बकरियां बेची थी और 30 हजार रुपए नरेन्द्र घोष से उधार लेकर कैलाश अहिरवार को दिए थे। ऐसे में उसने इस मामले में कार्रवाई करने की मांग की थी। बुधवार को यह मामला पुलिस के पास पहुंचते ही कैलाश अहिरवार ने जहां 61 हजार रुपए नकद तो 39 हजार रुपए का चैक बनाकर माया राम को दे दिया है। इसके बाद मायाराम ने पंचनामा बनाकर राजीनामा होने का आवेदन पुलिस को दे दिया है।
कहते है अधिकारी
आत्महत्या के लिए प्रेरित करने के मामले के आरोपी के पुत्र द्वारा रुपए लेने का आवेदन दिया गया था। इसके बाद कैलाश अहिरवार द्वारा रुपए वापस करने पर आपसी राजीनामा कर लिया गया है। बताया जा रहा है कि कैलाश ने कानूनी कार्रवाई के लिए यह रकम ली थी।- हिमांशु चौबे, थाना प्रभारी दिगौड़ा।
Published on:
14 Oct 2022 08:42 pm
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