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शहर के यातायात की सेहत सुधारने चाहिए टै्रफिक सिग्नल का डोज

शहर के 6 चौराहों पर हमेशा लगता है जाम, तो चार क्रॉसिंग बने ब्लैक स्पॉट टीकमगढ़. शहर में हर समय लग रहे जाम से निजात पाने के लिए ट्रैफिक सिग्नल की जरूरत महसूस की जा रही है। ट्रैफिक सिग्नल न होने से शहर के 6 चौराहों पर जहां हर समय जाम की स्थिति बनी रहती […]

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टीकमगढ़। स्टेट बैंक चौराहे पर चारों ओर से आने वाले वाहनों से लगा जाम।

टीकमगढ़। स्टेट बैंक चौराहे पर चारों ओर से आने वाले वाहनों से लगा जाम।

शहर के 6 चौराहों पर हमेशा लगता है जाम, तो चार क्रॉसिंग बने ब्लैक स्पॉट

टीकमगढ़. शहर में हर समय लग रहे जाम से निजात पाने के लिए ट्रैफिक सिग्नल की जरूरत महसूस की जा रही है। ट्रैफिक सिग्नल न होने से शहर के 6 चौराहों पर जहां हर समय जाम की स्थिति बनी रहती है तो 4 स्थानों पर अक्सर वाहन एक-दूसरे से टकराते रहते है। इस समस्या से निपटने सालों से बैठकों के बाद प्रस्ताव तो डाले जा रहे है, लेकिन अमल होता नहीं दिखाई दे रहे है। ऐसे में यह समस्या और जटिल होती जा रही है।
सिंधी धर्मशाला से पुरानी नगर पालिका और राजमहल से स्टेट बैंक तक एक बाई एक किलो मीटर की परिधि में शहर का पूरा बाजार स्थित है। इस क्षेत्र में 6 चौराहे अब हर समय जाम के लिए पहचाने जाने लगे है। बाजार जाने पर इन चौराहो पर आपको कहीं न कहीं 10 से 15 मिनट के लिए जाम का सामना जरूर करना पड़ेगा। यह चौराहे इतने संक्रीण है और मुहाने से लगी दुकानों के कारण लोगों को सामने से आने वाले वाहनों की जानकारी ही नहीं होती है। ऐसे में चारों दिशााओं से आने वाले वाहनों के कारण यहां पर अक्सर जाम की स्थिति निर्मित हो जाती है। इन चौराहों पर जाम की समस्या से निपटने यातायात पुलिस द्वारा जवान तो तैनात किए गए है, लेकिन वह भी इसे रोकने में असहज दिखाई देते है। इसका एक मात्र जरिया ट्रैफिक सिग्नल बताया जा रहा है। लोगों का कहना है कि यदि हर रास्ते के वाहनों को एक से दो मिनट के लिए रोक दिया जाए तो जाम की इस समस्या से स्थाई निजात पाई जा सकती है।

यह चौराहे बने परेशानी का सबब
शहर में जाम की सबसे अधिक परेशानी स्टेट बैंक चौराहा, सुभाष बुक डिपो चौराहा, जवाहर चौराहा, लुकमान चौराहा, पपौरा चौराहा पर होती है। शहर का पूरा बाजार भी इन्हीं चौराहों के बीच में फंसा है। शादी विवाह के मौसम के साथ ही त्यौहारों पर इन चौराहो से निकलना मुश्किल हो जाता है।

यह बने ब्लैक स्पॉट
सिंधी धर्मशाला से चकरा तक झांसी हाइवे से जुड़ने वाले विभिन्न कॉलोनियों के चार रास्ते शहर में ब्लैक स्पॉट बन चुके है। गोल क्वार्टर के पास डिवाइडर के कट पर जहां आए दिन दुर्घटनाएं हो रही है तो इसी सड़क पर सिविल लाइन में न्यू सिविल लाइन कॉलोनी की मुख्य मार्ग पर मिलने वाली सड़क, एमपीईबी कॉलोनी के पास मिलने वाली मंडी सड़क और गैस एजेंसी के सामने झांसी हाइवे से मिलने वाली भट्नागर कॉलोनी की सड़क पर आए दिन घटनाएं हो रही है।

जाम रोकने सिग्नल जरूरी
स्टेट बैंक चौराहे पर जाम और वाहनों की भिडंत रोकने ट्रैफिक सिग्नल बहुत जरूरी है। यहां पर हर समय जाम की स्थिति बनी रहती है। यह शहर का प्रमुख चौराहा है। आए दिन कोई न कोई वाहन यहां टकरा रहा है। जाम के कारण दुकानदार और रहवासी सभी परेशान है।- शैलेंद्र अवस्थी, स्थानीय निवासी स्टेट बैंक चौराहा।

हो रही गंभीर घटनाएं
डिवाइडर के कट और नंदीश्वर कॉलौनी की सड़क के कारण यहां पर गंभीर घटनाएं हो रही है। घर पर लगे सीसीटीवी में आए दिन यह घटनाएं रिकार्ड हो रही है। क्रॉसिंग के समय वाहनों के साथ ही मवेशी यहां पर दुर्घटनाओं का कारण बन रहे है। यहां पर घटनाएं रोकने ट्रैफिक सिग्नल जरूरी है।- भरत भंडारी, स्थानीय रहवासी, गोल क्वार्टर के पास।

कहते है अधिकारी
शहर में ट्रैफिग सिग्नल के लिए एक करोड़ का प्रस्ताव तैयार किया गया है। परिषद की बैठक होने पर इसे पास कराकर जल्द ही शहर के प्रमुख स्थानों पर सिग्नल लगाए जाएंगे।- दीपक विश्वकर्मा, उपयंत्री, नगर पालिका, टीकमगढ़।