गौरतलब है कि परिषद की बैठक के दौरान भृत्य बिलगैंया ने विधायक गिरी और नपा अध्यक्ष पर प्रताडि़त करने का आरोप लगाते हुए खुद पर पेट्रोल उड़ेल लिया था।
उसे शांति भंग करने के आरोप में सोमवार को ही गिरफ्तार कर लिया था। मंगलवार को सीएमओ की शिकायत पर शासकीय कार्य में बाधा डालने का प्रकरण दर्ज किया गया। वहीं, सीसीटीवी फुटेज भी निकाले गए, जिसमें साफ दिख रहा है कि बिलगैंया ३.३६ बजे नगरपालिका कार्यालय पहुंचा था।
उसके हाथ में झोला था, जिसे सभाकक्ष के बाहर खोला और केन निकालकर बैठक में पहुंच गया। वहीं पर उसने हंगामा करते हुए पेट्रोल डाल लिया था। वह विधायक और उनकी पत्नी नपाध्यक्ष पर आरोप लगा रहा था।
विधायक ने की कार्रवाई की मांग:मंगलवार को विधायक गिरी भृत्य बिलगैंया पर खासे नाराज दिखे, उन्होंने पत्रकार वार्ता कर उसे षड्यंत्रकारी बताते हुए कार्रवाई की मांग की। उन्होंने दावा किया कि बिलगैंया का जुलाई में तबादला राजनगर कर दिया गया था। लेकिन उसने ज्वाइन नहीं किया। यहां से रिलीव किए जाने के बाद भी वेतन मांग रहा है। जब वह टीकमगढ़ नपा का कर्मचारी ही नहीं है तो फिर कैसे वेतन दे दी जाए। विधायक ने कहा कि अगर उस पर कार्रवाई नहीं की गई तो मामला विधानसभा में उठाएंगे। उन्होंने फिर दोहराया कि बिलगैंया उनकी जान लेना चाहता था।
&नगरपालिका सीएमओ की शिकायत पर आरोपी कर्मचारी पर सरकारी काम में बाधा सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया है। घटना की जांच सभी एंगल से की जा रही है।
अनुराग सुजानिया, एसपी टीकमगढ़
कैमरे में कैद घटना
नगरपालिका कार्यालय में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज मंगलवार को देखे गए। जिसमें स्पष्ट रूप से भृत्य रामप्रकाश बिलगैंया नगरपालिका में थैला लेकर प्रवेश करते दिखाई दे रहा है। कैमरे के समय अनुसार ३.३६ पर नगरपालिका के मुख्य दरवाजे से थैला लेकर तेजी से प्रवेश करने के बाद भृत्य ने नगर परिषद की बैठक वाले कक्ष के बाहर थैले से केन निकाली और करीब एक मिनट बाद ३.३७ बजे तेजी से कमरे में प्रवेश किया। इसके पहले केन खोल पाता कि वहां मौजूद कर्मचारियों और विधायक के सुरक्षा गार्डो के द्वारा बिलगैंया को पकड़ते दिखाया गया है। जिसके बाद अफरातफरी के बीच बाहर मौजूद पुलिस अंदर दौडती दिख रही है। इस दौरान छीना छपटी में केन में भरा ज्वलनशील तेल उड़ेल लिया गया।