
किसान की पटेती भूमि पर कब्जा, पेड़ों की कटाई, जनप्रतिनिधि पुत्र पर ठेका कराने का आरोप
टीकमगढ़ जनपद पंचायत जतारा विधानसभा की ग्राम पंचायत बाजीतपुरा में चल रहा तालाब निर्माण कार्य शासन की रोजगार गारंटी योजनाओं की जमीनी हकीकत उजागर कर रहा है। जहां कागजों में मजदूरों को रोजगार देने का दावा किया जा रहा है, वहीं धरातल पर पूरा निर्माण कार्य जेसीबी मशीनों से कराया जा रहा है।
पीडि़त किसान और ग्रामीणों का आरोप है कि मजदूरों के नाम मास्टर रोल में दर्ज किए जा रहे है, लेकिन काम मशीनों से हो रहा है। इतना ही नहीं, कैंसर पीडित किसान रामप्रसाद रजक की निजी पटेती भूमि पर जबरन तालाब निर्माण कर दिया गया और हरे भरे पेड़ोंं की कटाई भी की गई।
रविवार दोपहर करीब 2 बजे जब पत्रिका टीम निर्माण स्थल पर पहुंची, तो मौके पर जेसीबी मशीन तालाब खुदाई करती मिली। टीम को देखते ही जेसीबी चालक ने मशीन बंद कर दी। वहीं मिट्टी ढोने के लिए खड़ा राजस्थानी ट्रैक्टर भी बंद कर दिया गया। जेसीबी चालक ने बताया कि यह कार्य ग्राम पंचायत का है, लेकिन इसे क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि के पुत्र द्वारा ठेके पर कराया जा रहा है। चालक ने यह भी स्वीकार किया कि यहां मजदूरों से नहीं, बल्कि मशीनों से ही निर्माण कार्य कराया जाता है,जबकि मजदूरों के नाम रोजगार सहायक द्वारा मास्टर रोल में दर्ज किए जाते है।
ग्रामीणों का आरोप है कि उपयंत्री और सहायक यंत्री बिना मौके पर पहुंचे ही मशीनों से किए जा रहे कार्य का मजदूरों द्वारा किए गए कार्य के रूप में भौतिक सत्यापन कर देते है। इसी कारण यह पूरा खेल लंबे समय से चलता आ रहा है। गांव के मजदूर रोजगार न मिलने के कारण पलायन को मजबूर है, जबकि सरपंच और सचिव द्वारा अपने सगे संबंधियों के नाम मास्टर रोल में दर्ज कर भुगतान कराया जा रहा है।
कैंसर पीडि़त किसान रामप्रसाद रजक ने बताया कि तालाब के पास उसकी कृषि भूमि है, जो पटेती भूमि है। सरपंच द्वारा जेसीबी मशीन से उसकी जमीन में भी खुदाई कर दी गई और पेड़ काट दिए गए। उन्होंने कहा कि अधिकारी जानते है कि यह जमीन मेरी है, फि र भी कोई सुनवाई नहीं हो रही।
जब इस मामले में ग्राम पंचायत सचिव अमर सिंह सेंगर से बात की गई, तो उन्होंने दावा किया कि न तो कोई मास्टर रोल जारी किया गया है और न ही पंचायत में कोई निर्माण कार्य चल रहा है। वहीं सरपंच ने तालाब निर्माण कार्य चलने की बात स्वीकार की है।
ग्राम पंचायत बाजीतपुरा में चल रहे तालाब निर्माण कार्य की जांच के निर्देश जनपद पंचायत सीईओ को दिए गए है। जांच पूरी होने तक किसी भी प्रकार का भुगतान नहीं होगा। यदि अनियमितता पाई जाती है तो निर्माण कार्य निरस्त कर संबंधितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
Published on:
29 Dec 2025 11:24 am
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