
Department is conducting inspection through app, action will be taken on careless teachers
टीकमगढ़.वर्षो से छात्रों को योजना के तहत कक्षा 1 से ८वीं तक पास किया जा रहा है। लेकिन उनका शिक्षा ज्ञान कमजोर होने के कारण ९वीं और १०वीं में अफसलता हाथ लग रही है। छात्रों की सफलता के लिए दक्षता अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान में शिक्षा को कक्षा १ से ५वीं तक दो समूह और कक्षा ६वीं से ८वीं तक तीन समूहों में बांटा गया है। दोपहर तक दो हिन्दी और दो गणित के पीरियेड़ लेकर कमजोर छात्रों को ज्ञान दिया जा रहा है।
जिले के २३०१ प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में दक्षता अभियान के तहत कमजोर छात्रों को अक्षर ज्ञान के साथ अंक ज्ञान दिया जा रहा है। यह अभियान १ अगस्त से १५ सितम्बर तक आयोजित किया जाना था। जिला प्रशासन की मद्द से ३० सितम्बर तक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस अभियान के तहत प्राथमिक स्कूल में अंकूर समूह और तरूण समूह कार्य करेंगे। इसके साथ ही माध्यमिक स्कूलों में तीन समूह कार्य करेंगे। जिसमें अंकू र समूह, तरूण समूह और उमंग समूह। जो छात्रों को हिन्दी के साथ गणित का ज्ञान देगें। इन समूह के माध्यम से छात्रों का १५ दिनों में शिक्षा की परीक्षा ली जा रही है। छात्रों को समूह से मिलने वाले ज्ञान का प्रतिशत निकालते है।
शिक्षा स्तर सुधार के लिए किए जा रह प्रयास
डीपीसी हरिश्चंद्र दुबे ने बताया कि यह अभियान छात्रों के लिए लाभदायक है। दक्षता उन्नयन के लिए जितने समूह बनाए गए है। सबकी कैटेगिरी अगल-अलग है। प्राथमिक स्कूल में अंकुर समूह इसमें छात्रों को अक्षर के बारे में बताया जा रहा है। तरूण समूह जिसमें छात्रों को अक्षर ज्ञान के बाद वाली शिक्षा दी जा रही है। इसके साथ ही माध्यमिक स्कूल में अंकुर और तरूण समूह में छात्रों को शिक्षा दी जा रही है। उमंग समूह में छात्रों को कहानी पढ़ाने और सार समझने के बारे में बताया जा रहा है। इसके साथ ही छात्रों को पढ़ाए गए अक्षरों की परीक्षा १५ दिनों में ली जा रही हे। जिसमें छात्रों के ज्ञान का प्रतिशत बढ़ता मिल रहा है।
एप के माध्यम से की जा रही निगरानी
शिक्षा मित्र एप के माध्यम से ऑनलाइन स्कूलों का निरीक्षण किया जा रहा है। यह कार्य १ अगस्त से आयोजित किया जा रहा है। इसमें यह भी जानकारी मिल जाती है कि कौन सा शिक्षक दोपहर तक छात्रों को अभियान के तहत पढ़ा रहा है।
हिन्दी और गणित के लगा रहे पीरियेड़
प्राथमिक और माध्यमिक शाला के सभी छात्रों को एक जगह बैठाकर दोपहर तक दो हिन्दी और गणित के पीरियेड़ पढ़ाए जाते है। इसके बाद छात्रों को रैगूलर कक्षाएं लगाई जाती है। जिसमें छात्रों को अ से लेकर अक्षर अंत तक शिक्षकों द्वारा समझाया जाता है। अगर छात्रों की प्रगति की बढोत्तरी नहीं होती है तो शिक्षकों पर कार्रवाई की जाएगी।
इनका कहना
यह अभियान छात्रों को अक्षर ज्ञान करवाने के लिए समूह बनाए गए है। उन समूहों के माध्यम से छात्रों को हिन्दी और गणित सिखाई जा रही है। अगर इस अभियान में छात्रों की प्रगति कमजोर रही तो संबंधित शिक्षकों पर लापरवाही की जाएगी।
हरिश्चंद्र दुबे डीपीसी सर्व शिक्षा अभियान टीकमगढ़।
Published on:
04 Sept 2019 08:00 am
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