
खेत में खड़ी उड़द की फसल।
खेतों में खड़ी और कटी पड़ी फसलों की फलियां पेड़ से हो रही अलग
टीकमगढ़. जिले में खरीफ फसलों की कटाई किसानों ने शुरू कर दी और बारिश भी पीछा नहीं छोड़ रही है। खेतों में कटी पड़ी उड़द, मूंग की फसल को नुकसान होने लगा है। खेत पानी से लबालब भर गए है, जिससे पेड़ों में लगी फलियां अपने आप गिरने लगी है। हालांकि खेतों में कटी पड़ी फसल के बचाव का कार्य किसानों द्वारा किया जा रहा है।
टीकमगढ़ जिले में उड़द ११५.२० हेक्टेयर, मूंग २.५ हेक्टेयर, निवाड़ी में २४.१० हेक्टेयर, मूंग १.०३ हेक्टेयर में फसल बोई गई थी। यह बोवाई जून के अंत और जुलाई की शुरूआत में हुई थी। सिंतबर में दोनों फसलें पककर तैयार हो गई है। किसानों ने फसलों की कटाई शुरू कर दी है। कटाई शुरू होते ही बारिश होने लगी है। मंगलवार की रात्रि से बुधवार के दिन भर हुई बारिश से खेत लबालब भर गए है।
बारिश के पानी में गिरने लगी फलियां
किसान मुखिया राजपूत और विजय यादव ने बताया कि तीन दिन तक तो उड़द और मंूग की फसल सही सलामत थी। दो दिनों से बारिश ऐसी हुई कि खेतों में पानी ही पानी दिखाई देने लगा है। फसल डूबने से फलियों को नुकसान होने लगा है। पेड के डंठल से लगी फलियां कमजोर होकर गिरने लगी है। पेड़ उठाने पर फलियां जमीन में गिरने लगी है।
तीन दिन पहले कटी फसल को रहा नुकसान
किसान बबलू राजपूत और श्यामसुंदर यादव ने बताया कि तीन दिन पहले से कटाई शुरू कर दी थी। इसके बाद बारिश शुरू होने लगी। सोमवार और मंगलवार की रात से बुधवार के दिनभर से बारिश हो रही है। कटी फसल को उठाते समय फलियां नीचे गिर जाती है। पानी में डूबी फलियां में रखा दाना खराब होने लगा है। जिससे किसानों को चिंता होने लगी है।
अतिवर्षा से हर वर्ष हो रही खराब फसल
किसानों ने बताया कि उड़द और मूंग की फसल अतिवर्षा से खराब हो रही है। इससे किसानों को हर वर्ष लाखों रुपए का नुकसान हो रहा है। पिछले वर्ष से उड़द, मूंग की उपज भी कम हो गई है। जिसके कारण इनका बोवाई का रकवा कम हो गया है। इन दिनों मूंगफली का रकवा बढ़ गया है।
Updated on:
12 Sept 2024 11:13 am
Published on:
12 Sept 2024 11:12 am
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