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वर्षाे से स्वीकृत पड़ी नवीन हवाई पट्टी, तैयार डीपीआर के बाद भी इंतजार, पत्रों की बनी आवाजाही

जिले में नवीन हवाई पट्टी वर्षो से स्वीकृत पड़ी है। उसके लिए सैकड़ों की संख्या में जिला मुख्यालय से लेकर प्रदेश की राजधानी और दिल्ली तक ज्ञापन और पत्र दे चुके है।

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Encroachment on land reserved for airstrip

Encroachment on land reserved for airstrip

टीकमगढ़. जिले में नवीन हवाई पट्टी वर्षो से स्वीकृत पड़ी है। उसके लिए सैकड़ों की संख्या में जिला मुख्यालय से लेकर प्रदेश की राजधानी और दिल्ली तक ज्ञापन और पत्र दे चुके है। उसके बाद टीकमगढ़ और मोहनगढ़ तहसील क्षेत्र में ३६.०३१ हेक्टेयर भूमि को उसके लिए आरक्षित किया गया। सिविल वर्क और इलेक्ट्रिकल के लिए २8 करोड ३ लाख १६ हजार रुपए स्वीकृत किए गए। फिर भी ग्राम पंचायत द्वारा गौशाला, तालाब निर्माण और लोगों द्वारा खेती के साथ मकान निर्माण के लिए भूमि पर अतिक्रमण किया जा रहा है। जिसकी जानकारी कलेक्टर को दे चुके है। उनके द्वारा संबंधित एसडीएम को सूचित किया गया। लेकिन मामले को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
टीकमगढ़ जिले की मोहनगढ़ तहसील के शिवराजपुर और टीकमगढ़ तहसील के बंधिया एरिया में१76 हेक्टेयर के करीब शासकीय भूमि पड़ी है। उसमें नवीन हवाई पट्टी के लिए ३६.०३१ हेक्टेयर भूमि को आरक्षित किया गया है। उसके चारों ओर चिन्ह के लिए नाली भी खोदी गई है। लेकिन उसी भूमि पर स्थानीय लोगों ने खेती करना शुरु कर दिया है। इसके साथ ही ग्रामीण पंचायत द्वारा लाखों की लागत से गौशाला और दो तालाब निर्माण कर दिए है। वहीं लोगों ने मकान निर्माण किया जा रहा है। जिसमें शासन का पैसा लाखों की लागत में खर्च किया जा रहा है। जो हवाई पट्टी निर्माण के समय टूटकर बिखर जाएगा। उस विवाद को पहले निपटाने का प्रयास नहीं किया जा रहा है। जबकि मामले को लेकर कलेक्टर के पास पत्र भी दे चुके है। उन्होंने अतिक्रमण को रोकने के लिए एसडीएम को जानकारी दे चुके है। लेकिन मामले में कोई भी कार्रवाई नहीं की जा रही है।
कलेक्टर से लेकर विमान विभाग तक दे चुके पत्र
समाजसेवी विकास यादव द्वारा नवीन हवाई पट्टी निर्माण के लिए वर्षो से संघर्ष किया जा रहा है। उनकी पहल के बाद लोक निर्माण विभाग द्वारा २० नवम्बर २०२० के अनुसार कलेक्टर के नाम २३ जनवरी २०२१ को नवीन हवाई डीपीआर को तैयार कर भेजा था। जिसमें नवीन हवाई पट्टी का सिविल वर्क और इलेक्ट्रिकल का कार्य २8 करोड ३ लाख १६ हजार रुपए की लागत तय की गई थी। कलेक्टर ने ३१ जनवरी २०२१ को प्रमुख सचिव विमानन के नाम पत्र भेजा था। जिसमें कहा था कि मोहनगढ़ और टीकमगढ़ तहसील क्षेत्र में हवाई अड्डा दर्ज किया गया है। जिसमें हवाई पट्टी के लिए पट्टी की सूची, नक्सा टे्रस, खसरा नकल, हवाई पट्टी निर्माण के लिए प्राक्कलन भेजा गया था। उसके बाद क्षेत्रीय सांसद एवं केंद्रीय मंत्री डॉ वीरेंद्र कुमार ने नागर विमान मंत्री भारत सरकार ज्योतिरादित्य सिंधिया के नाम ४ अगस्त २०२१ को पत्र दिया था। उसके बाद टीकमगढ़ के प्रभारी मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने प्रमुख सचिव विमानन के नाम पत्र २8 सितम्बर २०२१ को दिया था। उसके बाद कलेक्टर ने जतारा और टीकमगढ़ एसडीएम को 9 दिसम्बर २०२१ को हवाई पट्टी के स्थान का अतिक्रमण हटाने के लिए पत्र दिया था। लेकिन मामले को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
नवीन हवाई पट्टी निर्माण के लिए वर्षो से चल रही चर्चा कब होगी पूरी
स्थानीय कारी, शिवराजपुर, रमपुरा, हीरानगर बावरी के साथ टीकमगढ़ के लोग वर्षो से नवीन हवाई पट्टी स्वीकृत की चर्चा सुनते आ रहे है। उसके लिए सैकड़ों युवाओं ने एक साथ कलेक्टर, मंत्री के साथ अन्य जिम्मेदारों को पत्र दिए गए है। लेकिन निर्माण होने का नाम नहीं ले रही है। आरक्षित भूमि पर स्थानीय लोगों ने निर्माण करना शुरु कर दिया है। जहां प्रशासन को निर्माण के समय अतिक्रमण हटाने में परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।


ग्राम पंचायत ने निर्माण कर दी लाखों की गौशालाएं
आरक्षित की गई भूमि पर नजदीकी ग्राम पंचायत ने आवास निर्माण निर्माण, गौशाला निर्माण, दो तालाब, मुक्तिधाम के साथ अन्य सरकारी योजनाओं के निर्माण कार्य कराए जा रहे है। जबकि वह भूमि नवीन हवाई पट्टी के लिए स्वीकृत है। उसके बाद भी पटवारी, तहसीलदार, ग्राम पंचायत सचिव, रोजगार सहायक, जनपद पंचायत सीइओ, सरपंच के साथ अन्य आधा दर्जन से अधिक कर्मचारियों द्वारा निर्माण कार्यो को स्वीकृति दी जा रही है। जो वह हवाई पट््टी निर्माण के दौरान विभिन्न पंचायत के कार्य ध्वस्त हो जाएगे। उसके बाद भी किसी भी प्रकार की रोक छेड़ नहीं जा रही है।

इनका कहना
आरक्षित की गई भूमि पर होने वाले अतिक्रमण को रोका जाएगा। हाइटेंशन लाइन, नसर्री और हरपुरा नहर भी निकली है। उसके लिए मेहनत लगातार की गई है। नवीन हवाई पट्टी निर्माण के लिए विमानन विभाग को पत्र भेजा गया था। उसके जबाब में पत्र आया है कि विमान की उपयोगिता क्या रहेगी। उसके लिए जिले में बड़े ओद्योगित क्षेत्र नहीं है। जिससे उद्योगपति सफर कर सके। इस कारण से समय लगेगा।
सुभाष कुमार द्विवेदी कलेक्टर टीकमगढ़।

इनका कहना
कई दशकों से जिला मुख्यालय पर हवाई अड्ड के नाम से राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज भूमि पर हवाई पट्टी निर्माण कराने के लिए मैंने विगत 3 वर्ष पूर्व से प्रयास किया है। प्रदेश शासन से मै स्वयं प्रस्ताव लेकर आया। जिसको कलेक्टर सुभाष कुमार द्विवेदी द्वारा पीडब्ल्यूडी से डीपीआर तैयार करा कर निर्धारित प्रारूप में राज्य शासन को स्वीकृति के लिए प्रेषित किया गया है। इसकी स्वीकृति के लिए मैंने नागरिक उड्ड्यन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से लेकर क्षेत्र के सांसद एवं केंद्रीय मंत्री, प्रभारी मंत्री को पत्र देकर इसकी जल्द स्वीकृति कराने के लिए मामला राज्य शासन के पास लंबित है, इस प्रस्ताव को स्वीकृति मिलेगी तो टीकमगढ़ में हवाई पट्टी का निर्माण होगा
विकास यादव, जिला मंत्री भाजपा टीकमगढ़।