
Instructions were given to form teams at development block, city council and gram panchayat level to transfer cattle to empty cowsheds.
टीकमगढ़. शासन और प्रशासन के विभिन्न आदेशों, निर्देशों के बाद मवेशी सडक़ों पर घूम रहे है। वह सडक़ों पर चौटिल हो रहे है और फसलों का नुकसान कर रहे है। इस समस्या के समाधान के लिए जिला प्रशासन ने विकासखंड, ग्राम पंचायत, नगरपरिषद और नगरपालिका स्तर पर टीमों का गठन करने और १० ग्राम पंचायतों के बीच में एक एकड़ जमीन का आवंटन कर मवेशियों को एकत्रित करना, खाली गोशालाओं में १०० मवेशियों को रखने के निर्देश दिए थे। एक मवेशी की एक दिन की २० रुपए में खुराक देने के आदेश दिए थे। उसके बाद भी स्थिति जस की तस बनी है। जिस पर जिम्मेदारों का ध्यान नहीं जा रहा है। जिसके कारण सडक़ों पर बैठे मवेशी वाहनों से घायल हो रहे और किसान परेशान हो रहे है।
कलक्टर द्वारा १८ अगस्त को दिए आदेश में कहा था कि प्रमुख सचिव मप्र शासन पशुपालन एवं डेयरी द्वारा २५ जुलाई को बैठक आयोजित की गई थी। बैठक में कहा गया था कि सडक़ों पर बैठे मवशियों को व्यवस्थित करने के लिए जिले के प्रत्येक विकासखंड स्तरीय और विभिन्न मार्गवार दलों का गठन किया जाएगा। खाली पड़ी गोशालाओं में १०० मवेशियों को रखने और १० ग्राम पंचायतों के समूह द्वारा एक एकड़ जमीन को तहसीलदार द्वारा चिन्हित किया जाएगा। उस स्थान को ग्राम स्तरीय गौठान नाम दिए जाने की बात कही थी। प्रत्येक गोशाला में रखे गोवंश एवं गौठान में गोवंश की टेगिंग पशुविभाग द्वारा पोर्टल पर अपडेट किया जाएगा। उसके बाद सरपंच, सचिव के सत्यापन के बाद गोवर्धन बोर्ड में पंजीयन कर प्रतिदिन एक नग के हिसाब से २० रुपए दिए जाएंगे। मवेशियों की सुरक्षा के लिए स्व सहायता समूह, ग्राम पंचायत, स्यवं सेवी संस्थान, नगरपालिका क्षेत्र में संबंधित सीएमओ को अपने स्तर पर कार्य करने की बात कही थी। आदेश में यह भी कहा कि टीकमगढ़ के गोवंश को पहले खाली पड़ी गोशाला मामौन, मिनौरा एवं गोपालपुरा में ले जाए और सुनवाहा गोशाला को तत्काल पूर्ण कराए। इसके साथ ही नया बस स्टैंड के पीछे पड़ी जमीन पर गोवंश को रखने की तैयार की जाए, इन निर्देशों को एक माह होने को है, लेकिन यह कार्य जिले में दिखाई नहीं दे रहा है।
चराई के लिए वनभूमि में कराए फेसिंग
आदेश में कहा कि गोवंश की व्यवस्था के लिए वनभूमि चराई के लिए ली जाए। नजदीकी ५ से १० एकड़ में जमीन में गौठान द्वारा स्थाई/अस्थाई फेसिंग कराई जाए। ग्राम स्तरीय गौठान का मप्र गौसंवर्धन बोर्ड द्वारा जिला गौपालन एवं पशु संवर्धन समिति के माध्यम से पंजीयन कराया जाएगा। जिसके बाद २० रुपए नग के हिसाब से रुपए दिए जाएंगे।
विकासखंड स्तर की समिति
गोवंश की व्यवस्था के लिए विकासखंड स्तर पर समिति बनाई जाएगी। जिसमें अध्यक्ष एसडीएम, सचिव जनपद पंचायत सीइओ, सह सचिव विकासखंड पशु अधिकारी, सदस्य एसडीओपी पुलिस और तहसीलदार को बनाया गया है। जिनकी निगरानी में गोवंश की व्यवस्था की जाएगी।
ग्राम पंचायत और नगरपालिका स्तर की समिति
जिले के हाइवे, ग्रामीण और नगरपालिका की सडक़ पर बैठे गोवंश को सुरक्षित स्थान पर भेजने की जिम्मेदारी तहसीलदार और नगरपालिका/ नगरपरिषद स्तर पर राजस्व निरीक्षक, ग्राम पंचायत सचिव,एव्हीएफओ, पटवारी, पुलिस थाना और पुलिस चौकी के साथ अन्य कर्मचारियों को दी गई है। जिसमें संबंधित अधिकारियों को अध्यक्ष, सचिव, सहसचिव और सदस्य बनाया जाएगा।
इन सडक़ों पर रहेंगी निगरानी
कलक्टर द्वारा १८ अगस्त को निकाले गए आदेश में कहा कि टीकमगढ़ से मजना मार्ग, लारखुर्द से बम्हौरीकलां मार्ग, सिमरा खुर्द से पलेरा बेला मार्ग, टीकमगढ़ से खिरिया मार्ग, टीकमगढ़ से बड़ागांव मार्ग,धजरई से बल्देवगढ़ पटौरी मार्ग, जतारा से लिधौरा रानीगंज मार्ग, टीकमगढ़ से दिगौड़ा मार्ग, बावरी तिगेला से हथेरी मार्ग, बल्देवगढ़ से खरगापुर पलेरा मार्ग,नगरपालिका,नगरपरिषद को जिम्मेदारी दी गई है।
समितियां बनने के बाद भी नहीं दिख रहा असर
जिला प्रशासन द्वारा गोवंश को सुरक्षित करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में जिम्मेदारी दी गई हो, लेकिन इसका असर दिखाई नहीं दे रहा है। सडक़ों पर घूम रहा गोवंश प्रतिदिन वाहनों से चौटिल हो रहा है। कई तो जान भी गवा रहे है। यहां तक कलक्ट्रेट के मुख्य द्वार और न्यायालय के सामने बीच सडक़ पर बैठे है। शाम होते ही सबसे अधिक परेशानियों झांसी हाइवे, छतरपुर हाइवे, जतारा रोड, कुण्डेश्वर की बीच सडक़ों पर बैठ रहे है।
इनका कहना
गोवंश को व्यवस्थित करने के लिए समूहों को तैयार किया जा रहा है। ग्राम पंचायत और नगरपालिका स्तर पर जमीनों की परेशानियां बढ ऱही है। जल्द ही इस व्यवस्था को तैयार किया जाएगा। जिससे गोवंश की दुर्घटनाएं और फसलों के नुकसान हो बचाया जा सके।
डॉ डीके विश्वकर्मा, उपसंचालक पशु विभाग।
Published on:
15 Sept 2023 06:55 pm
बड़ी खबरें
View Allटीकमगढ़
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
