शासकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पठा में जल सहेलियों द्वारा जल चौपाल का आयोजन किया गया। जिसमें छात्र-छात्राओं को जल सहेलियों द्वारा जल संरक्षण के उपायों के बारे में जानकारी दी गई। चंदेल काल में बनाए गए ये तालाब जल संचयन और कृषि के लिए महत्वपूर्ण थे, लेकिन समय के साथ इनकी हालत खराब हो गई है।
प्राकृतिक और मानवीय कारणों से इन तालाबों में गंदगी, बर्बादी और जलभराव की कमी हो गई है। जल सहेली पुष्पा ने कहा कि हम सभी जल सहेलियां बुंदेलखंड को पानीदार बनाने और समाज को जल के प्रति संवेदनशील करने के उद्देश्य से 2 फ रवरी से 19 फ रवरी तक जटाशंकर धाम तक यात्रा कर रहे है।