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कैलपुरा पंचायत की जल संरचनाओं को देश के सात राज्यों में सबसे बेहतर चुना गया

टीकमगढ़. जल संरक्षण के लिए जिले में किया जा रहा काम देश के सात राज्यों में सबसे अच्छे तरीके से किया जा रहा है। ऐसे में एनपीएमयू (नेशनल प्रोजेक्टर मैनेजमेंट यूनिट) की ग्रेङ्क्षडग में जिले की बल्देवगढ़ ब्लॉक की कैलपुरा पंचायत को पहला स्थान प्राप्त हुआ है। विदित हो कि जल संरक्षण के लिए केंद्र सरकार द्वारा देश के सात राज्यों में अटल भू जल मिशन के तहत काम किया जा रहा है। इसमें बुंदेलखंड के 6 जिलों के 9 ब्लॉक शामिल है।

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टीकमगढ़. कैलपुरा में बनाया गया अमृत सरोबर।

टीकमगढ़. कैलपुरा में बनाया गया अमृत सरोबर।

अटल भू जल मिशन की ग्रेङ्क्षडग में मिला पहला स्थान

टीकमगढ़. जल संरक्षण के लिए जिले में किया जा रहा काम देश के सात राज्यों में सबसे अच्छे तरीके से किया जा रहा है। ऐसे में एनपीएमयू (नेशनल प्रोजेक्टर मैनेजमेंट यूनिट) की ग्रेङ्क्षडग में जिले की बल्देवगढ़ ब्लॉक की कैलपुरा पंचायत को पहला स्थान प्राप्त हुआ है।

विदित हो कि जल संरक्षण के लिए केंद्र सरकार द्वारा देश के सात राज्यों में अटल भू जल मिशन के तहत काम किया जा रहा है। इसमें बुंदेलखंड के 6 जिलों के 9 ब्लॉक शामिल है।

देश में पानी की समस्या से जूझ रहे प्रदेशों में अटल भूजल मिशन योजना का संचालन किया जा रहा है। इस योजना के तहत टीकमगढ़ जिले के बल्देवगढ़ एवं पलेरा ब्लॉक को चिन्हित किया गया है। इसमें किए जा रहे कार्यों की सराहना राष्ट्रीय स्तर पर की जा रही है। हाल में योजना के तहत एनपीएमयू द्वारा की गई ग्रेङ्क्षडग में बल्देवगढ़ की कैलपुरा पंचायत में किए गए जल संरक्षण के कार्यों को सात राज्यों में सबसे अधिक उपयोगी माना गया है। मिशन के तहत लोगों के बीच जल संरक्षण के लिए जागरूकता करने में भूमिका निभाने वाले जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक सुनील कटियार ने बताया कि हाल ही में जारी की गई ग्रेङ्क्षडग में कैलपुरा को पहला स्थान दिया गया है। इसके बाद महाराष्ट्र के सांगली जिले के ब्लॉक आए है। उन्होंने बताया कि योजना के तहत विभिन्न मानकों में यह ग्रेङ्क्षडग की जाती है।

बुंदेलखंड के

9 ब्लॉक शामिल

कटियार ने बताया कि इस योजना में बुंदेलखंड के 6 जिलों के 9 ब्लॉक को शामिल किया गया है। इसमें टीकमगढ़ के पलेरा और बल्देवगढ़, निवाड़ी में निवाड़ी, सागर में सागर, दमोह में पथरिया, छतरपुर में राजनगर, छतरपुर और नौगांव तथा पन्ना के अजयगढ़ ब्लॉक को शामिल किया गया है। उन्होंने बताया कि इन पंचायतों में मनरेगा के तहत विभिन्न जल संरचनाओं का निर्माण किया जाता है और जल संरक्षण के लिए केंद्र सरकार द्वारा 20 प्रतिशत राशि इनसेंटिव के रूप में दी जाती है। उनका कहना था कि इसके पूर्व निवाड़ी जिले की कैना और पलेरा की भदरई पंचायत भी पहले स्थान पर रह चुकी है।

&जल संरक्षण के लिए चलाई जा रही अटल भूजल योजना में जिले में अच्छी संरचनाओं का निर्माण किया जा रहा है। कैलपुरा के पहले स्थान पर आना इसका उदाहरण है। जल संरक्षण की यह योजनाएं भविष्य में पानी की परेशानी को दूर करने वाली साबित होगी। इसके लिए पंचायतों में लगातार जागरूकता कार्यक्रम भी किए जा रहे है।

अवधेश शर्मा, कलेक्टर, टीकमगढ़।