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कागजों में मजदूर, मौके पर मशीनों से हो रहा काम

मनरेगा में कम नहीं हो रही लापरवाहियां, अधिकारी बोले जांच कराएंगे

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Laborers in paper, work being done by machines on the spot

Laborers in paper, work being done by machines on the spot

टीकमगढ़/ लिधौरा. तमाम शिकायतों एवं केंद्रीय दल की जांच के बाद भी मनरेगा में चल रही लापरवाहियां कम होने का नाम नहीं ले रही है। काम के लिए मजदूर पलायन कर रहे है और जिले में योजना के कामों में जमकर मशीनों का उपयोग किया जा रहा है। ताजा मामला जतारा जनपद की ग्राम पंचायत गोटेट का सामने आया है। यहां पर मशीनों से काम कराया जा रहा है, तो ग्राम पंचायत चंद्रपुरा के ग्रामीणों ने अधूरे काम की राशि निकालने की शिकायत जिला पंचायत सीईओ से की है।


मजदूरों का महानगरों में पलायन रोकने और उन्हें मांग के अनुरूप गांव में ही काम देने की मनरेगा योजना जिले में दम तोड़ती दिख रही है। हमेशा से शिकायतों एवं विवादों के बीच चल रही इस योजना में अब भी लापरवाहियां कम होने का नाम नहीं ले रही है। यहां पर मजदूरों की जगह मशीनों से काम करने का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा है। सोमवार को जतारा जनपद की ग्राम पंचायत गोटेट से लोगों ने मजदूरों की जगह काम करते हुए मशीनों की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल करने के साथ ही अधिकारियों से इसकी शिकायत की है।


बता रहे थे 137 मजदूर, चल रही थी मशीनें
गोटेट के लोगों ने बताया कि सोमवार को गोटेट में तीन काम चालू बताए जा रहे थे। मनरेगा के ऑनलाइन पोर्टल में गोटेट पंचायत में सोमवार को तालाब निर्माण, सामूदायिक कूप निर्माण एवं मेढ़ बधान का कार्य होना बताया जा रहा था। इस काम में कुल 137 मजदूरों के काम पर लगा होना बताया जा रहा था, लेकिन ग्रामीणों की माने तो मौके पर एक भी मजदूर काम नहीं कर रहा था। सारा काम मशीनों से कराया जा रहा था। ग्रामीणों ने इसकी वीडियो एवं फोटो भेजकर इसकी शिकायत की थी।

नहीं मिलता काम
इसे लेकर ग्रामीणों की माने तो मांगने पर भी पंचायत में काम नहीं दिया जाता है। गांव के पहलवान आदिवासी, घन्सू आदिवासी, जयहिन्द यादव, रत्तीराम अहिरवार, पप्पू पाल, रत्तीराम यादव, रमेश नापित, जितेन्द्र यादव मुखिया सहित अन्य लोगों ने बताया कि यदि घर पर ही काम मिले तो मजदूर बाहर क्यों जाएं। लोगों का कहना था कि यहां पर सेटिंग से कुछेक मजदूरों के कार्ड पंचायत सचिव और सरपंच के पास होते है और उनके मस्टर जारी कर उन्हें काम पर दिखाया जाता है।


खूब चल रही है, आप क्या करेंगे
इस मामले में पंचायत सचिव एवं रोजगार सहायक का प्रभार रखने वाले किशोर सिंह दांगी से बात की तो वह बिना किसी डर के बोले कि खूब मशीने चल रही है। आपको क्या परेशानी है। आप भी वीडियो बना ले जाए, क्या फर्क पड़ता है। सचिव के इस बयान से साफ है कि योजना के तहत चल रही लापरवाहियों को लेकर अब वह भी निश्चिंत से हो गए है।


निकाल ली राशि नहीं हुए काम
वहीं दूसरा मामला जतारा जनपद की ही ग्राम पंचायत चंद्रपुरा का सामने आया है। यहां के लोगों ने मंगलवार को जिला पंचायत पहुंच कर सीईओ से सचिव की शिकायत की है। सरपंच प्रतिनिधि अनरथ सिंह घोष का कहना था कि सचिव के न आने से तमाम काम प्रभावित है। न तो लाड़ली बहना के फार्म भरे जा रहे है और न ही कोई काम हो पा रहा है। वहीं बलराम आदिवासी और पप्पू आदिवासी की माने तो उनके पिता के नाम पर कपिल धारा कूप स्वीकृत किए गए थे। मशीनों से 8-8 हाथ कुआं खोदने के बाद काम बंद कर दिया गया और दोनों के कूओं की राशि 2-2 लाख रुपए से अधिक राशि निकाल ली गई है। वहीं अनेक लोगों ने अपने काम न होने की शिकायत की।
कहते है अधिकारी
इन दोनों पंचायतों की जांच कराई जाएगी। मशीनों से काम पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। यदि राशि निकालने के बाद भी कुआं का काम पूरा नहीं हुआ होगा तो रिकव्हरी कर कार्रवाई की जाएगी।- सचिन गुप्ता, सीईओ, जनपद पंचायत, जतारा।