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रसोइयों को नहीं जानकारी, कितनी आ रही वेतन

प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में छात्रों को भोजन पकाने का कार्य स्व सहायता की रसोइयों द्वारा किया जा रहा है लेकिन समूह में दर्ज रसोइयों की जगह अन्य रसोइयों को लगाया गया है।

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नहरी पानी की मांग को लेकर किसानों ने किया प्रदर्शन-video

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टीकमगढ़. प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में छात्रों को भोजन पकाने का कार्य स्व सहायता की रसोइयों द्वारा किया जा रहा है लेकिन समूह में दर्ज रसोइयों की जगह अन्य रसोइयों को लगाया गया है। जिसका भौतिक सत्यापन जनपद पंचायत और विकासखंड अधिकारी द्वारा नहीं किया गया है। वहीं स्थाई और अस्थाई रसोइयों को मिलने वाली वेतन की भी जानकारी नहीं है। जबकि रसोइयों की वेतन दो हजार रुपए की जगह चोर हजार रुपए बढ़ा दिए है।
जिले में आंगनबाड़ी केंद्र, प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों नौनिहालों और छात्र-छात्राओं को पोषण अहार वितरण करने का जिम्मा स्व सहायता समूहों को दिया गया है। जिसकी मॉनिटरिंग महिला बाल विकास के अधिकारी, जनपद पंचायत और विकासखंड अधिकारियों को दिया गया है लेकिन उनके द्वारा मध्यान्ह भोजन, समूह के कार्य और रसोइयों का भौतिक सत्यापन नहीं किया गया है। जिसके कारण हर महीने और साल में रसोइयों को बदला जा रहा है। समूह में दर्ज रसोइयों के नाम पर वेतन निकालकर कम दी जा रही है। जबकि शासन द्वारा दो हजार रुपए की जगह रसोइयों की वेतन चार हजार रुपए कर दी गई है।
रसोइयों में जिनका नाम दर्ज, उनको नहीं जानकारी
जिले में१६१४ प्राथमिक और माध्यमिक,१२९४ आंगनबाड़ी केंद्रों में ११८० स्व सहायता समूहों में दर्ज हजारों रसोइयां द्वारा पीएम पोषण आहार का निर्माण किया जा रहा है। वह रसोइयां समूह के रजिस्टर, विद्यालय, आंगनबाड़ी केंद्र और संबंधित विभागों में नाम के लिए ही दर्ज है। जिसका भौतिक सत्यापन जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा नहीं किया जा रहा है। जिसके कारण गड़बडडियां हो रही है।
वेतन बढऩे की रसोइयों को नहीं है जानकारी
एक समूह का पीएम पोषण आहार निर्माण दो से तीन रसोइयां द्वारा किया जा रहा है। जिसकी वेतन शासन द्वारा दो हजार रुपए दी जा रही थी। अब अगस्त से चार हजार रुपए वेतन बढ़ गई है। जिसकी जानकारी समूह संचालक के अलावा रसोइयां को नहीं है।

यहां के हाल खराब
बल्देवगढ़ के बनयानी प्राथमिक, माध्यमिक विद्यालयों में दस्तावेजों में दर्ज रसोइयां नहीं है, यही स्थिति पलेरा के सगरवारा केंद्र , बम्होरी कलां, जतारा के बैरवार, चंदेरा, मोहनगढ के साथ अन्य विद्यालयों में है। जिसकी शिकायत भी की गई थी, लेकिन संबंधितों द्वारा कार्रवाई नहीं की जा रही है। जबकि मामले की जानकारी बीआरसीसी, सीएसी के साथ अन्य विभाग के अधिकारियों को है। वहीं जतारा क्षेत्र के जनशिक्षक महेंद्र सिंह सेंगर ने बताया कि समूहों की रसोइयां का भौतिक सत्यापन कराया जाएगा। सगरवारा जनशिक्षक केंद्र के अमित चतुर्वेदी ने बताया कि ऐसे मामले की शिकायत मिली है, जिसका जल्दी ही निरीक्षण कर भौतिक सत्यापन किया जाएगा। इसके साथ ही जनपद शिक्षा केंद्र जतारा के सीएसी हमीद खान ने बताया कि विद्यालयों में कार्यरत समूह की रसोईया का भौतिक सत्यापन कराकर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।

फैक्ट फाइल
११८०- स्व सहायता समूह जिले में
११८५ - प्राथमिक स्कूल जिले में
१००१२०-प्राथमिक स्कूल के छात्रों की संख्या
४२९ - माध्यमिक स्कूल जिले में
६०१४८-माध्यमिक स्कूल के छात्रों की संख्या
१२९४- आंगनबाड़ी केंद्र जिले में
११६६८९- आंगनबाड़ी में छात्रों की संख्या
इनका कहना
मुझे ऐसे मामले की अभी जानकारी मिली है, हम टीम गठित कर पलेरा और जतारा विकासखंड में संचालित सभी स्कूलों में मध्यान्ह भोजन बनाने वाली महिला रसोइया का भौतिक सत्यापन कराने के लिए टीम का गठन किया जाएगा।जहां गड़बड़ी मिलती है, वहां पर कार्रवाई की जाएगी।
सिद्धगोपाल वर्मा, सीइओ जनपद पंचायत पलेरा और जतारा।