टीकमगढ़ निवासी सुरेंद्र कुमार रावत ने बताया कि खजुराहो सवारी गाड़ी स्पेशल का इंजतार कर रहे है। दोपहर १:२० बज गए है, लेकिन रेलवे स्टेशन का ऐप ट्रेन की लोकेशन ललितपुर बता रहा है। जबकि स्टेशन कर्मचारी चिगलौआ के पास ट्रेन खडी होने की बात रहा है।
यात्री रामसेवक यादव, प्रभू रैकवार ने दोपहर १:३१ बजे ऑटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीन से टिकट टिकट बुक कराने की कोशिश की, लेकिन उस मशीन से टिकट बुक नहीं हो पाया। उसके पीछे चस्पा फ्लैक्स में दी गई जानकारी के अनुसार कार्य किया गया, लेकिन सफल नहीं हो पाए। जबकि यूटीएस ऐप का भी सहयोग लिया गया। उसके बाद यात्रियों को काउंटर का सहारा लेना पड़ाा। काउंटर अधिकारी ने बताया कि यूपीआई के माध्यम से टिकट हो जाएगा। उसके बाद भी टिकट नहीं मिल पाया।
दो दिन पहले रेलवे स्टेशन के पास चलती ट्रेन में एक हादसा हो गया था। उसके बावजूद स्टेशन प्रबंधन सक्रिय नजर नहीं आया। उन्हीं के सामने यात्री दूसरे प्लेट फार्म जाने के लिए ब्रिज का उपयोग नहीं करके पटरियों को पार कर रहे थे।
स्लेट फार्म पर खाद्य सामग्री की दुकान संचालित की जा रही है। लेकिन वहां पर पानी से लेकर अन्य सामग्री रेट से अधिक दामों में बेची जा रही है। साथ ही दुकान चालक रेलवे की ड्रेस कोर्र्ड में दिखाई नहीं दिया। कैमरा से निकली फोटो को देखकर वह दुकान दीवार के सामने हो गया है।
ऑटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीन का जल्द ही टेंडर निकलने वाला है। उसके बाद एक व्यक्ति द्वारा यात्रियों को सुविधाएं दी जाएगी। जिससे यात्रियों को परेशान नहीं होना पड़ेगा। वहां की जो भी कमियां है, उन्हें जल्द ही उचित समय पर पूरा किया जाएगा।
मनोज सिंह पीआरओ, रेलवे जंक्शन झांसी।