
PM's house could not open even after years
टीकमगढ़/चंदेरा.चंदेरा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में सुविधाओं का टोटा बना हुआ है। इस स्वास्थ्य केन्द्र का निर्माण २०१२-१३ में किया गया था। २७ ग्रामों के बीच यह एक मात्र स्वास्थ्य केन्द्र होने के बावजूद यहां न तो स्टाफ पर्याप्त है और न ही सुविधाएं। आलम यह है कि कोरोना जैसी महामारी के बीच प्रसूति महिलाओं को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र जतारा जाना पड़ता है। इतना ही नहीं वर्षं बाद भी यहां आज तक नवीन पोस्टमार्टम हाउस का ताला नहीं खुल सका है। अस्पताल में भी जगह-जगह से बरसाती पानी टपक रहा है। फर्नीचर तक की कमी है।
सामान्य सर्दी खांसी और बुखार होने पर भी लोग भय के चलते इलाज कराने के लिए सरकारी अस्पताल जा रहे हैं लेकिन यहां पर सुविधाएं न होने से निजी क्लीनिक पहुंच जाते हैं। वहां इन रोगियों से मनमाना शुल्क वसूल किया जाता है। इससे नागरिकों में रोष व्याप्त है।
इतने गांवों के लोग आते हैं यहां
27 ग्रामों की आबादी लगभग ५० हजार है। इस स्वास्थ्य केन्द्र के अंतर्गत चंदेरा सहित पेतपुरा, स्यावनी, काछियागुणा, नुना, मेदवारा,हरकनपुरा, वीरपुरा, उपरारा, जेवर, फतेह खिरक, दरिया पूरा, मौरपारिया, अजनारा, महेबा, पठारी, विषानपुरा, पैगाखेरा, रूपगंज, विजरवान, तगेड़ी, बनपुरा, मडोरी, खुरम पुर, बिजरौठा एवं मर्दंनपुरा ग्राम आते हैं। ग्राम के देवीदीन चौरसिया, बृजेंद्र साहू, अमरदीप चौरसिया, अशोक चौरसिया, हरिशचंद्र चौरसिया, महेंद्र कुशवाहा, सुरेन्द्र जैन, जितेंद्र तिवारी, परमानंद कुशवाहा ने कलेक्टर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में स्टाफ की कमी समेत अन्य स्वास्थ्य सुबिधाओं को बढाने की मांग की है।
इनका कहना है
उच्चाधिकारियों को ग्रामीणों को होने वाली असुविधाओं से कई बार लिखित एवं मौखिक रूप से अवगत कराया गया है। वहीं बजट के अभाव में कई जगह से अस्पताल की बिल्डिंग से पानी रिस्ता है।
डॉ. सीएल गुप्ता, चिकित्सा अधिकारी, चंदेरा
लोगों को होने वाली असुविधाओं को ध्यान में रखते हुए जल्दी ही वहां पर डिलेवरी पॉइंट बनाने के साथ ही स्टाफ की व्यवस्था की जाएगी।
एम के प्रजापति, सीएमएचओ, टीकमगढ़
Published on:
22 Aug 2020 06:00 am
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