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टीकमगढ़

तीन साल से रेत खदानें बंद और भंडारण खत्म, रेत चोरी को नहीं रोक पा रहा खनिज विभाग

रेत खदानों से उठाई जा रही रेत।

टीकमगढ़Oct 23, 2024 / 07:23 pm

akhilesh lodhi

रेत खदानों से उठाई जा रही रेत।

रेत खदानों से उठाई जा रही रेत।

चार बार जारी किए टेंडर, नहीं आए ठेकेदार, कुछ महीनों से जमकर नदियों की खदानों से अवैध रेत का हो रहा उठाव

टीकमगढ़. जिले में रेत खदानें बंद और उनका भंडार खत्म हो गया है, लेकिन बाजार में नदी की रेत साधारण तरीके से उपलब्ध हो रही है। सबसे अधिक अवैध उत्खनन आठ महीनों में बढ़ा है। इससे शासन को राजस्व का तो नुकसान हो ही रहा है, साथ ही रखवाली करने वाले जिम्मेदारों पर कई तरह के आरोप लग रहे है। अधिकतर रेत का परिवहन जतारा और खरगापुर विधानसभा में किया जा रहा है। उसके बाद भी इसे रोकने का प्रयास नहीं किया जा रहा है।
जिले में रेत खदानों को चालू कराने के लिए चार से अधिक बार नीलामी के लिए टेंडर प्रक्रिया हुई, लेकिन महंगाई के कारण संबंधित ठेकेदार सामने नहीं आए है। बताया गया कि जिले में ८४ रेत खदाने थी। जहां से रेत के ठेके दिए गए और ठेकेदारों द्वारा रेत बाजार में लाई गई। धीरे-धीरे उन खदानों की रेत खत्म हो गई। फिर शासन ने जीवित रेत खदानों की गिनती शुरू की। उसमें से दो खदानों को मिलाकर एक खदान बनाई। बर्तमान में रेत की २१ खदाने है, जो बंद पड़ी है, रेत के भंडारण भी खत्म हो गए है। उसके बाद भी नदियों से रेत उठाई जा रही है।
उप्र और अन्य जिलों से आ रही रेत
उप्र और मप्र के अन्य जिलों के पिटपास पर जिले की खदानों से रेत को ेउठाया जा रहा है। रेत के कारोबारियों ने बताया कि उप्र के बांदा, पुरानवारा, हरिनगर और टीला करोला से रेत को उठाया जा रहा है। जिसकी पिटपास भी काटा जा रहा है और यहीं की खदानों से रेत उठाई जा रही है और पिटपास अन्य खदानों का कटाया जा रहा है।
यहां है रेत खदानें
जिले के वीरपुरा, मडोरी, पचौरा, मैदवारा, महेबा, उपरारा, लार खुर्द, दुनर घाट, कछौरा, गौना, करौला, टोरिया, बखतपुरा, गोवा, संजयनगर, टानगा,बसतगुवां,प्रेमपुरा,बडमाडई, रामगढ़, पराई नदी,वरघाट, पिपरट घाट, हदयनगर, बम्होरी नकीबन के साथ अन्य स्थानों पर रेत खदानें थी, सभी मिलाकर ८४ के करीब रेत खदानें थी। जिसमें कई खदाने खत्म हो गई है। कुछ खदानें बची, जहां से रेत को निकाला जा रहा है, लेकिन खनिज विभाग की नजर में रेत खत्म हो गई है।
यहां से निकल रही रेत
जतारा विधानसभा के रामगढ़, लार खुर्द, मचौरा, देवराहा, टांनगा, गोवा, पैतपुरा, वीरपुरा, महेबा, उपरारा, मडोरी, मैंदवारा, दुनातर के साथ अन्य और खरगापुर के घूरा, बसतगुवां, गोना करोला, दांत गोरा के साथ घाटों से रेत उठाई जा रही है। जहां पर पुलिस छापामार कार्रवाई करने से कतरा रही है।
इनका कहना
जिले में हाल ही में २१ रेत खदानें है। इसका प्रभार माइनिंग के पास है। तीन साल से ठेके नहीं हुए है। रेत चोरी पर कार्रवाई की जा रही है।
कुलदीप कुमार जैन, खनिज अधिकारी टीकमगढ़।
चार बार रेत खदानों की नीलामी प्रक्रिया के लिए टेंडर जारी किए गए है, लेकिन कोई ठेकेदार सामने नहीं आया है। इस बार बारिश अच्छी हुई है। नदियों में रेत आ गई। फिर से टेंडर जारी किए जाएंगे। जहां से रेत उठाई जा रही है। वहां पर कार्रवाई की जाएगी।
नागेंद्र सिंह, माइनिंग कारपोरेशन टीकमगढ़।

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