उप्र और मप्र के अन्य जिलों के पिटपास पर जिले की खदानों से रेत को ेउठाया जा रहा है। रेत के कारोबारियों ने बताया कि उप्र के बांदा, पुरानवारा, हरिनगर और टीला करोला से रेत को उठाया जा रहा है। जिसकी पिटपास भी काटा जा रहा है और यहीं की खदानों से रेत उठाई जा रही है और पिटपास अन्य खदानों का कटाया जा रहा है।
जिले के वीरपुरा, मडोरी, पचौरा, मैदवारा, महेबा, उपरारा, लार खुर्द, दुनर घाट, कछौरा, गौना, करौला, टोरिया, बखतपुरा, गोवा, संजयनगर, टानगा,बसतगुवां,प्रेमपुरा,बडमाडई, रामगढ़, पराई नदी,वरघाट, पिपरट घाट, हदयनगर, बम्होरी नकीबन के साथ अन्य स्थानों पर रेत खदानें थी, सभी मिलाकर ८४ के करीब रेत खदानें थी। जिसमें कई खदाने खत्म हो गई है। कुछ खदानें बची, जहां से रेत को निकाला जा रहा है, लेकिन खनिज विभाग की नजर में रेत खत्म हो गई है।
जतारा विधानसभा के रामगढ़, लार खुर्द, मचौरा, देवराहा, टांनगा, गोवा, पैतपुरा, वीरपुरा, महेबा, उपरारा, मडोरी, मैंदवारा, दुनातर के साथ अन्य और खरगापुर के घूरा, बसतगुवां, गोना करोला, दांत गोरा के साथ घाटों से रेत उठाई जा रही है। जहां पर पुलिस छापामार कार्रवाई करने से कतरा रही है।
जिले में हाल ही में २१ रेत खदानें है। इसका प्रभार माइनिंग के पास है। तीन साल से ठेके नहीं हुए है। रेत चोरी पर कार्रवाई की जा रही है।
कुलदीप कुमार जैन, खनिज अधिकारी टीकमगढ़।
नागेंद्र सिंह, माइनिंग कारपोरेशन टीकमगढ़।