दीपावली के विदा होते ही मौसम ने करवट लेना शुरू कर दिया है। मौसम विभाग की माने तो आने वाले समय में और माह के अंत तक जिले के अधिकतम और न्यूनतम तापमान में दो डिग्री की गिरावट की और संभावना बनी हुई है। नवंबर के आखिरी सप्ताह तक जिले का न्यूनतम तापमान 13 तो अधिकतम तापमान 28 डिग्री तक जाने की बात कही जा रही है। 31 अक्टूबर को जिले का अधिकतम तापमान जहां 35 डिग्री दर्ज किया गया था तो वहीं शनिवार को यह 33 डिग्री पर पहुंच गया। इसके साथ ही न्यूनतम तापमान में भी गिरावट देखी जा रही है। 31 अक्टूबर को 19 डिग्री पर रहने वाला न्यूनतम तापमान शनिवार को 14 डिग्री पर पहुंच गया।
तापमान में इस गिरावट का कारण उत्तर भारत से आने वाली हवाओं के साथ ही इस बार हुई अच्छी बारिश को बताया जा रहा है। अच्छी बारिश के चलते इन दिनों जिले के सभी तालाबों में जहां खूब पानी जमा है तो अब भी नदियों एवं नालों में पानी बना हुआ है। इसके साथ ही किसानों ने बोवनी के लिए खेतों में पानी लगाना शुरू कर दिया। ऐसे में जिले में तापमान में लगातार गिरावट देखी जा रही है। रात के समय तो लोगों को हल्के गर्म कपड़ों की जरूरत महसूस होने लगी है तो पंखा आदि का उपयोग बिलकुल भी बंद हो गया है।
फसलों के लिहाज से अनुकूल मौसम बताया जा रहा है कि यह मौसम रबी फसलों के लिए अनुकूल होता जा रहा है। तापमान में गिरावट के साथ ही रात को ओस गिरना शुरू हो गई है। ऐसे में खेतों में नमी देर तक रहेगी। रबी सीजन के फसलों के लिए खेतों में हर समय नमी की जरूरत होती है। रात के तापमान में गिरावट के साथ ही ओस से नमी रहने से बीच को अंकुरित होने में मदद मिलेगी और फसलें अच्छी होगी। वहीं इस बदलाव के बाद लोगों को शाम और सुबह सर्दी का अहसास होने लगा है।
रात को 9 बजे के बाद लोगों को बाइक पर ठंडी हवाएं परेशान कर रही है तो लोगों ने हल्के गर्म कपड़ों का उपयोग शुरू कर दिया। मौसम के इस बदलाव के बाद डॉक्टरों ने बच्चों का ध्यान रखने की बात कही है। उन्होंने बच्चों को गर्म कपड़े पहनाने की सलाह दी है।
ऐसी रही पारे की चाल दिनांक अधिकतम न्यूनतम 16 नवंबर 30.2 14.5 15 नवंबर 30.4 14.8 14 नवंबर 30.8 15.0 13 नवंबर 30.0 15.3 13 नवंबर 30.3 15.5