
54 की उम्र में साउथ फिल्म निर्माताओं की आंख का तारा बने विक्रम, कोबरा में दिखेंगे 7 अलग-अलग रोल में
-दिनेश ठाकुर
भारतीय सिनेमा में डबल रोल का सिलसिला मूक फिल्म 'लंका दहन' (1917) से शुरू हुआ था। इसमें अन्ना सालुंके ने राम के साथ सीता का किरदार भी अदा किया था। सिनेमा को जुबान मिलने के बाद 'आवारा शहजादा' (1933) डबल रोल वाली पहली फिल्म थी। इसमें शाहू मोडक ने राजकुमार और कंगाल का किरदार अदा किया। डबल रोल से आगे बढ़कर मामला नौ किरदारों तक पहुंचा, जब तमिल फिल्म 'नवरात्रि' (1964) में शिवाजी गणेशन ने अलग-अलग किरदारों में नाट्य शास्त्र के नौ रसों को साकार किया- श्रृंगार, हास्य, करुणा, रौद्र, वीभत्स, शौर्य, भयानक, शांत और अद्भुत।
दो साल बाद इस फिल्म के तेलुगु रीमेक में ए. नागेश्वर राव नौ किरदारों में नजर आए। हिन्दी में यह फिल्म 'नया दिन नई रात' (1974) नाम से बनाई गई। इसमें संजीव कुमार की लाजवाब अदाकारी ने नौ किरदारों में जान फूंक दी। निर्देशक ए. भीमसिंह पहले इस फिल्म में दिलीप कुमार को लेना चाहते थे। उनके इनकार के बाद संजीव कुमार के लिए एक अलग इतिहास रचने का रास्ता खुल गया। बात नौ किरदारों से आगे बढ़ी तो 'दशावतार' (२००८) में कमल हासन ने दस किरदार अदा किए। प्रियंका चोपड़ा आशुतोष गोवारीकर की 'व्हाट इज यूअर राशि' (2009) में बारह किरदारों में नजर आ चुकी हैं।
अब सुपर नेचुरल थ्रिलर 'कोबरा' ( South Movie Cobra ) में दक्षिण के सितारे विक्रम सात अलग-अलग किरदारों में नजर आएंगे। हॉलीवुड के सुपर सितारे सिल्वस्टर स्टैलॉन की 'कोबरा' (1986) से नाम के अलावा इस फिल्म में कोई समानता नहीं है। आर. अजय गननमुथु के निर्देशन में बन रही 'कोबरा' को हिन्दी और तेलुगु में भी डब किया जाएगा। विक्रम, ( Vikram ) , जिनका असली नाम केनेडी जॉन विक्टर ( Kennedy John Victor ) है, 54 साल की उम्र में तमिल फिल्मकारों की आखों का तारा बने हुए हैं। वे मणिरत्नम, दसारी नारायण राव, एस. शंकर, बाला और प्रभु सोलोमन सरीखे नामचीन निर्देशकों के साथ काम कर चुके हैं। 'पितामगन' (2003) के लिए नेशनल अवॉर्ड भी जीत चुके हैं। हिन्दी फिल्म 'डेविड' (2013) में वे तब्बू, लारा दत्ता और नील नितिन मुकेश के साथ नजर आए थे। 'कोबरा' में श्रीनिधि शेट्टी उनकी नायिका हैं। इसी फिल्म से क्रिकेटर इरफान पठान अदाकारी का सफर शुरू कर रहे हैं।
'कोबरा' करीब-करीब पूरी हो चुकी है। सोमवार को इसका पहला गाना 'थुम्बी थुल्लई' जारी किया गया। ए.आर. रहमान की धुन वाले इस गाने को श्रेया घोषाल और नकुल अभयंकर ने गाया है। इसे सुनकर लता मंगेशकर की आवाज वाले 'जिया जले जां जले' (दिल से) की याद ताजा हो जाती है। कोई शक नहीं कि 'थुम्बी थुल्लई' की धुन बेहद सुरीली है। संगीतप्रेमियों को इसके हिन्दी संस्करण का इंतजार है।
Published on:
30 Jun 2020 07:38 pm
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