टोंकPublished: Aug 28, 2023 03:59:29 pm
Akshita Deora
Bisalpur Dam: टोंक जिले में बनास नदी पर बने बीसलपुर बांध से जयपुर की 90 प्रतिशत और अजमेर जिले की 100 प्रतिशत आबादी की प्यास बुझाई जाती है, लेकिन इसे चिंताजनक ही माना जाएगा कि इस बार मानसून की वर्षा में बांध पूरा नहीं भरा है।
Bisalpur Dam: टोंक जिले में बनास नदी पर बने बीसलपुर बांध से जयपुर की 90 प्रतिशत और अजमेर जिले की 100 प्रतिशत आबादी की प्यास बुझाई जाती है, लेकिन इसे चिंताजनक ही माना जाएगा कि इस बार मानसून की वर्षा में बांध पूरा नहीं भरा है। बांध की भराव क्षमता 315.50 मीटर है। जबकि मानसून की बरसात में अधिकतम 314.01 मीटर ही पानी आया। बांध का डेढ़ मीटर खाली रह जाना जयपुर और अजमेर के लाखों लोगों के लिए चिंता का विषय है। एक ओर बांध डेढ़ मीटर खाली रहा है तो दूसरी ओर बांध का जलस्तर रोजाना करीब एक सेंटीमीटर घट रहा है। कोई 20 दिन पहले बरसात का दौर थमने और बांध में पानी की आवक बंद हो जाने के बाद 16 अगस्त को बांध का जलस्तर 313.99 मीटर मापा गया जो 27 अगस्त को घट कर 313.90 ही रह गया है।
सूत्रों के अनुसार अभी बांध का पानी 166 स्क्वायर किलोमीटर में फैला हुआ है। अब जब इतना पानी भरा हुआ है, तब रोजाना 1 सेंटीमीटर पानी कम हो रहा है, लेकिन जैसे-जैसे बांध का भराव क्षेत्र कम होगा, वैसे वैसे जलस्तर में तेजी से गिरावट होगी। बांध में बिजली की मोटर डालकर बड़ी मात्रा में पानी चोरी भी होगा। सरकार की लाख कोशिश के बाद भी नवंबर और दिसंबर माह में बांध से पानी की चोरी नहीं रोकी जाती है। गर्मी के दिनों में वाष्पीकरण के कारण भी जलस्तर तेजी से घटने लगेगा। बीसलपुर बांध के पानी पर नजर रखने वाले इंजीनियरों का मानना है कि आगामी मानसून तक पेयजल की सप्लाई में मुश्किल हो सकती है।