13 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

मानसून से पहले बीसलपुर बांध हो जाएगा कम्प्यूटराइज

एनआईसी करेगी जांच, केन्द्र सरकार की रहेगी नजर

2 min read
Google source verification
मानसून से पहले बीसलपुर बांध हो जाएगा कम्प्यूटराइज

मानसून से पहले बीसलपुर बांध हो जाएगा कम्प्यूटराइज



टोंक. बीसलपुर बांध को पूरी तरह कम्प्यूटराइज करने के लिए स्कॉडा सिस्टम के तहत गेट संख्या दो के करीब पहाड़ी क्षेत्र में नया कन्ट्रोल रूम बनकर तैयार है। कोरोना को लेकर लॉक डाउन के कारण दो माह तक कार्य बंद कार्य वापस शुरू हो चुका है। वहीं इन दिनों बांध के गेटों को कम्प्यूटर से खोलने व बंद करने की जांच का कार्य अंतिम पायदान पर है। गुरुवार को परियोजना की ओर से बांध के दो गेटों को कम्प्यूटर से खोलकर बंद करने के कार्य की जांच की गई, वहीं रोजाना गेटों की जांच का कार्य प्रगति पर है। बांध परियोजना के अभियंताओं के अनुसार यह सिस्टम १५ जून से पहले संचालित होने की सम्भावना है। बांध के अधिशासी अभियंता आरसी कटारा ने बताया कि राज्य में पूरी तरहा कम्प्यूटराइज होने वाला बीसलपुर बांध पहला बांध होगा। वहीं दूसरे स्थान पर बांसवाड़ा जिले का माही बांध व तीसरा पाली जिले का जंवाई बांध है। बीसलपुर बांध का कम्प्यूटराइज कन्ट्रोल रूम बनकर तैयार होने के साथ ही सिस्टम की जांच की जा रही है। कटारा ने बताया कि बीसलपुर बांध पर बनाये गये नये कन्ट्रोल रूम की लागत ३.५० करोड़ रुपए है। कन्ट्रोल रूम से अब बांध के गेट खोलने व पानी की निकासी आदि सब प्रक्रिया कम्प्यूटराइज होगी। पूर्व में बांध के पुराने कन्ट्रोल रूम से बटन दबाकर गेट खोले व बंद किए जाते थे, जिसमें कई बार तकनीकी खराबी आने के कारण अलग-अलग गेेट खोलने पड़ते थे। पानी की निकासी व गेज की कर्मचारियों व अभियंताओं को सभी जानकारियां कागजों में तैयार कर दूरभाष आदि से भेजनी पड़ती थी।

नहीं होगा सिस्टम हैक
बांध पर स्कॉडा सिस्टम चालु होने के बाद पूरे सिस्टम को एनआईसी (नेशनल इन्फ्र्रोमेटिक सेन्टर) भारत सरकार की राजकीय वेबसाइड साफ्टवेयर की जांच करेगी। साथ ही एनआईसी सिस्टम को पूरी तरहा सुरक्षित माने जाने के बाद प्रमाणित करेगी, इसके बाद ही सिस्टम चालु होगा, जिससे बांध के कम्प्यूटराइज सिस्टम हो कोई हैक नहीं कर सकेगा। इसी के साथ सारे सिस्टम को चालु करने से पहले बांध पर डबल लोकिंग सिस्टम होगा, जिससे परियोजना की हरी झंडी मिलने के बाद ही गेट खोले व बंद किए जा सकेंगे। स्कॉडा के तहत बांध को कम्प्यूटराइज करने के लिए कार्य अंतिम चरण पर है, जो लगभग १५ जून से पहले तैयार हो जाएगा। कम्प्यूटराइज सिस्टम सरकार से रजिस्टर्ड होगा, साथ ही इसमें डबल लोकिंग सिस्टम होगा, जिससे हैक करने की सम्भावना तक नहीं होगी।