
टोंक। राजस्थान में 7 सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव की तारीख की घोषणा हो गई है। मतदान 13 नवंबर और मतगणना 23 नवंबर को होगी। 18 अक्टूबर को अधिसूचना जारी होने के साथ ही नामांकन का दौर शुरू हो जाएगा। वहीं इससे पहले ही कांग्रेस और भाजपा के नेता सक्रिय हो गए हैं। मंगलवार से ही आदर्श आचार संहिता भी लागू हो गई है। अब टिकट की दौड़ शुरू होगी।
देवली-उनियारा विधानसभा सीट पर मतदान की तारीख सामने आने के बाद अब कांग्रेस और भाजपा भी जीत के लिए तैयारियां तेज करेंगे और इसके लिए सबसे पहले जीत दिलाने वाले उम्मीदवार की तलाश होगी। हालांकि दोनों ही दलों ने प्रारंभिक रूप से उम्मीदवार को लेकर मंथन शुरू कर दिया है। लगातार दो बार से हार का सामना कर रही भाजपा इस बार जीत के लिए पूरा दम लगाएगी और इसी वजह से नेताओं के दौरे काफी पहले से ही हो रहे है। सरकार के मंत्री समेत पदाधिकारियों की ओर से बैठकों का दौर जारी है। दूसरी तरफ कांग्रेस भी अब अब अपनी रणनीति बनाने में जुटेगी। कांग्रेस से टोंक विधायक और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट और हरीश मीना ने जिले में दौरे किए है। इसके अलावा कांग्रेस संगठन की जयपुर में जरूर बैठक हुई है।
देवली-उनियारा सीट पर दूसरी बार विधायक चुने गए हरीश मीना को कांग्रेस ने गत लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाया था। इसमें उन्होंने भाजपा के सुखबीरसिंह जौनापुरिया को हराया था। इसके बाद मीना ने विधायक पद से इस्तीफा देकर सीट खाली कर दी थी जिसके चलते अब उपचुनाव कराए जा रहे है। मीना पहली बार 2018 में कांग्रेस से विधायक चुने गए थे। हालांकि वे इससे पहले दौसा से भाजपा के सांसद भी रहे थे। बाद में वे भाजपा छोड़कर कांग्रेस में आ गए और देवली- उनियारा सीट से चुनाव लड़ा था।
कांग्रेस और भाजपा में कई नेता अपनी- अपनी दावेदारी कर रहे है। भाजपा में पिछले दो विधानसभा चुनाव लड़े नेताओं के साथ ही एक पूर्व सांसद और पूर्व मंत्री रहे नेता भी टिकट मांग रहे है वहीं कांग्रेस में एक नेता के रिश्तेदार जो खुद भी सांसद रह चुके हैं, अपनी दावेदारी कर रहे है। इसके अलावा अन्य नेता भी है जो दावेदारी कर रहे है।
उनियारा विधानसभा क्षेत्र से 1952 व 1957 में राव राजा सरदार सिंह आरआरपी से विधायक बने। इसके बाद 1962 व 1967 में दिग्विजय सिंह एसडब्लूटी, 1972 में राव राजा राजेंद्र सिंह कांग्रेस, 1977 में दिग्विजय सिंह जेपी, 1980 में रामलाल कांग्रेस, 1985 में दिग्विजय सिंह जेपी, 1990 में दिग्विजय सिंह जेडी, 1993 में जगदीश प्रसाद मीणा बीजेपी, 1998 में दिग्विजय सिंह कांग्रेस, 2003 में प्रभुलाल सैनी बीजेपी, 2008 में रामनारायण मीणा कांग्रेस, 2013 में राजेंद्र गुर्जर भाजपा, 2018 व 2023 में कांग्रेस से हरीश मीना विधायक बने।
देवली-उनियारा में कुल मतदाता तीन लाख 2 हजार 721 मतदाता है। कुल 307 मतदान केन्द्र है। गत विधानसभा चुनाव में देवली-उनियारा विधानसभा सीट पर 2 लाख 18 हजार 362 मतदाताओं ने वोट किया था। इनका मतदान प्रतिशत 73.57 रहा था।
Updated on:
15 Oct 2024 05:00 pm
Published on:
15 Oct 2024 04:59 pm
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