टोंक. प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय एवं नेहरू युवा केंद्र के संयुक्त तत्वाधान में सोमवार को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया। कार्यक्रम में नेहरू युवा केंद्र टोंक के जिला युवा अधिकारी हितेश कुमार ने कहा कि जिस प्रकार की प्रकृति हमारे बुजुर्गों ने हमें प्रदान की है, अब यह हमारी नैतिक जिम्मेदारी है कि हम आने वाली पीढ़ी को उससे बेहतर बनाकर दे।
उन्होंने पर्यावरण एवं जल संरक्षण के बारे में बताते हुए मिशन लाईफ की प्रदर्शनी लगाकर मोटे अनाज के प्रति जागरूक किया और कहा कि यह वर्ष मोटे अनाज का है स्वस्थ रहने के लिए भोजन में मोटे अनाज रूपी शुद्ध एवं सात्विक आहार को शामिल करना चाहिए। कार्यक्रम में सेवा केंद्र प्रभारी ब्रम्हाकुमारी अपर्णा दीदी ने आए हुए सभी मेहमानों का स्वागत सत्कार करते हुए कहा की प्रकृति हमारी मां है, वह न सिर्फ पालना करती है बल्कि वह सब कुछ देती हैं जो हमें जीवन जीने के लिए चाहिए।
कृषि विभाग टोंक के संयुक्त निदेशक के के मंगल ने कहा पानी का बहुत बड़ा हिस्सा लगभग 90 प्रतिशत हम कृषि कार्य के लिए उपयोग में करते हैं वहां पर पानी व्यर्थ छोडऩे से फसलों को भी नुकसान पहुंचाता है और पानी भी व्यर्थ होता है। अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के प्रभारी देवेंद्र जोशी ने कहा कि प्रकृति से हम सभी को प्यार है इसलिए हम आर्टिफिशियल पौधे अथवा पंछी न लाकर घर में पेड़ पौधे लगाए।
पाश्चात्य संस्कृति को कॉपी ना करें। फास्ट फूड जंक फूड आदि को छोडकऱ मोटे अनाज को अपनाएं और स्वस्थ रहें। कार्यक्रम के अंत में सभी ने पौधे लगाए इस मौके पर ब्रह्माकुमारी संस्थान से जुड़े भाई-बहन एवं नेहरू युवा केंद्र के वॉलिंटियर, लेखाकार तुलसीराम मीना, युवा और शहर के गणमान्य नागरिक मौजूद रहें। कार्यक्रम में उड़ीसा में हुई ट्रेन दुर्घटना के प्रति दो मिनट का मौन शोक रखा गया।