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वनस्थली विद्यापीठ में प्रतिभाएं देख अभिभूत हुए राज्यपाल कलराज मिश्र, विद्यापीठ को बताया भारतीय संस्कृति का जीवंत स्वरूप

locationटोंकPublished: Nov 22, 2019 04:36:21 pm

Submitted by:

pawan sharma

Anniversary of Banasthali University: वनस्थली विद्यापीठ ने महिला शिक्षा के क्षेत्र में विश्व में पहचान बनाई है। विद्यापीठ की छात्राओंं ने राजस्थानी लोक नृत्य में अन्तराष्ट्रीय सम्मान प्राप्त कर देश को गोरवान्वित किया है।

वनस्थली विद्यापीठ में प्रतिभाएं देख अभिभूत हुए राज्यपाल कलराज मिश्र, विद्यापीठ को बताया भारतीय संस्कृति का जीवंत स्वरूप

वनस्थली विद्यापीठ में प्रतिभाएं देख अभिभूत हुए राज्यपाल कलराज मिश्र, विद्यापीठ को बताया भारतीय संस्कृति का जीवंत स्वरूप

टोंक / निवाई .वनस्थली विद्यापीठ ने महिला शिक्षा के क्षेत्र में विश्व में पहचान बनाई है। विद्यापीठ की छात्राओंं ने राजस्थानी लोक नृत्य में अन्तराष्ट्रीय सम्मान प्राप्त कर देश को गोरवान्वित किया है। छात्राओं की प्रतिभा को निखार कर बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओं का संदेश देने के साथ ही महिला सशक्तिकरण का अवसर दिया जा रहा है।
ऐसे में विद्यापीठ भारतीय संस्कृति का जीवंत स्वरूप है। यह बात प्रदेश के राज्यपाल कलराज मिश्र ने गुरुवार को विद्यापीठ में आयोजित वार्षिकोत्सव में कही। राज्यपाल समारोह में पत्नी सत्यवती मिश्र के साथ पधारे थे। राज्यपाल ने कहा कि विद्यापीठ में भारतीय संस्कृति को आधार मान कर शिक्षा दी जा रही है।
ऐसे में छात्राओं में दुर्गा शक्ति, सरस्वती एवं कला के विभिन्न रूपों के प्रतीक के रूप में लक्ष्मी नजर आ रही है। उन्होंने कहा कि विद्यापीठ में पंचशील शिक्षा के साथ ही आधुनिक शिक्षा भी दी जा रही है ताकि स्वरोजगार को बढ़ावा मिल सके।

इससे पहले राज्यपाल प्रात: 12:10 बजे पारम्परिक स्वागत विद्यापीठ की अध्यक्ष, प्रो. चित्रा पुरोहित, उपाध्यक्ष प्रो. सिद्धार्थ शास्त्री, कुलपति प्रो. आदित्य शास्त्री, सह-कुलपति प्रो. ईना शास्त्री, कोषाध्यक्ष, प्रो. सुधा शास्त्री, छात्राओं द्वारा किया गया।

इससे पहले वनस्थली विद्यापीठ के कुलपति, प्रो. आदित्य शास्त्री ने विद्यापीठ का परिचय देते हुए कहा कि विद्यापीठ विशिष्ट शैक्षिक विचारधारा के साथ नर्सरी से शोध स्तर तक के विविध पाठ्यक्रमों के साथ छात्राओं का सर्वांगीण विकास कर मूल्य आधारित समाज का निर्माण करने की प्रयास कर रही है।
महिला विश्वविद्यालय में विद्यापीठ का दूसरा स्थान है। कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यापीठ की अध्यक्ष प्रो. चित्रा पुरोहित ने की और धन्यवाद ज्ञापन प्रो. सिद्धार्थ शास्त्री द्वारा दिया गया। कार्यक्रम का समापन शांतिपाठ व राष्ट्रगान से हुआ।
अभिभूत हुए राज्यपाल
राज्यपाल ने वनस्थली की मूल प्रेरणा शक्ति स्थल ‘श्री शांताबाई शिक्षा कुटीर’ का अवलोकन किया। कुलपति, प्रो.आदित्य शास्त्री द्वारा मुख्य अतिथि को इस स्थान की महत्ता से अवगत कराया गया। इसके बाद वीरबाला मैदान में घुड़सवारी एवं मारूत मैदान में फ्लाइंग क्लब की गतिविधियों देखी।
इसी क्रम में स्कूल ऑफ ऑटोमेशन एवं स्कूल ऑफ डिजाइन का परिदर्शन किया। संगीत विभाग की छात्राओं द्वारा सुर मंदिर सभागार में प्रस्तुत शास्त्रीय संगीत एवं राजस्थानी लोक नृत्य कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। वहीं छात्राओं द्वारा बनाए गए रोबोट द्वारा सवालों के जवाब दिए जाने पर राज्यपाल मिश्र भी अभिभूत हो गए।
राज्य व केन्द्र सरकार गंभीर
साभर झील में पक्षियों की निरंतर हो रही मौत के सवाल पर राज्यपाल मिश्र ने कहा कि मामले को लेकर राज्य व केन्द्र सरकार गंभीर है। डीआरडीओ से इसका विश्लेषण कर रहा है। कोयम्बटूर की पक्षी लैब के विशेषज्ञ व बरेली के विशेषज्ञ भी बुलाए गए है। सभी पक्षियों के मरने के कारणों को खोज रहे है। सक्रियता के साथ इसका समाधान किए जाने का प्रयास किया जा रहा है।
व्यावसायिक शिक्षा बहुत जरूरी
इस समय व्यावसायिक शिक्षा बहुत जरूरी है। इसको कक्षा दस के बाद से शुरू कर दिया जाना चाहिए। आगे चल लोग व्यावसायिकता के आधार पर ही आगे बढ़ेंगे। व्यावसायिक जानकारी के आधार पर स्वयं कुछ कर सकते है। इस प्रकार की शिक्षा सर्वत्र देने की जरूरत है। पिछले दिनों कुलपतियों को भी स्मार्ट युनिवर्सिटी बनाने को कहा गया है। इसमें व्यावसायिक शिक्षा सहित सभी जरूरतें आ जाती है।
यह थे मौजूद
समारोह में संभागीय आयुक्त एलएन मीणा, आईजी अजमेर संजीव निर्जरी, जिला कलक्टर केके शर्मा, पुलिस अधीक्षक आदर्श सिधू, निवाई-पीपलू उपखण्ड अधिकारी सहित जिला स्तर के अधिकारी मौजूद रहे।

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