
डिग्गी कल्याण का लक्खी मेला 6 अगस्त से, चिकित्सा व्यवस्था के लिए कलक्टर के आदेश भी बे-असर
मालपुरा. उपखण्ड के डिग्गी गांव में सावन माह में आने वाले लाखों पदयात्रियों व 6 से 10 अगस्त तक जयपुर से आने वाली 54 वीं लक्खी पदयात्रा को लेकर अभी तक प्रशासन लापरवाह बना हुआ है।
जिला कलक्टर ने पदयात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए डिग्गी अस्पताल से अन्यत्रे लगे चिकित्साकर्मियों के प्रतिनियिुक्त आदेशों को तत्काल प्रभाव से निरस्त कर सभी चिकित्साकर्मियों को डिग्गी अस्पताल में सेवा देने के आदेश जारी किए थे, लेकिन किसी ने भी आदेश पालना नहीं है। वहीं अन्य स्टाफ नहीं लग पाया है।
डिग्गी स्थित श्रीजी के मन्दिर में सावन व भाद्रपद माह में जयपुर, श्योपुर, टोंक, सवाईमाधोपुर, उनियारा, देवली, निवाई सहित कई स्थानों व आस-पास के गांवों से लाखों की संख्या में पदयात्री आते है।
जयपुर से 6 अगस्त को 54 वीं लक्खी पदयात्रा रवाना होगी। गत दिनों आयोजित जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक में ट्रस्ट सदस्य गिरीराज शर्मा द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में लगे चिकित्सकों व कार्मिकों में से अधिकांश के प्रतिनियुक्ति पर अन्यत्र कार्य करने व वेतन डिग्गी अस्पताल से उठाने की बात कहते हुए पदयात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए सभी प्रतिनियुक्तियां निरस्त करने की मांग की थी।
इस पर जिला कलक्टर ने बैठक में मौजूद चिकित्साधिकारियों को तत्काल प्रतिनियुक्ति पर लगे चिकित्सकों व कार्मिकों की प्रतिनियुक्तियां निरस्त करने के आदेश देने के बावजूद आज तक किसी भी प्रतिनियुक्ति को निरस्त नहीं किया गया है। ग्रामीणों ने बताया कि चिकित्सकों के प्रतिनियुक्तियों पर रहने से चिकित्सा सेवा का पूरा लाभ नहीं मिल रहा है। उच्चाधिकारियों को शिकायत करने के बावजूद समस्या का समाधान नहीं हो रहा है।
यह है अस्पताल की स्थिति:-
प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को राज्य सरकार द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में क्रमोन्नत करने के बाद डिग्गी में स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग की ओर से चिकित्सकों के छह पद, एक आयुष चिकित्सक का पद, एक होम्योपैथिक चिकित्सक का पद, मेल नर्स प्रथम एक पद, मेल नर्स द्वितीय के छह पद, एएनएम के दो पद, लैब टैक्निशियन का एक पद, एलएचबी एक पद, आशा सुपरवाईजर एक पद, स्वीपर एक, एलडीसी एक पद, कम्प्यूटर ऑपरेटर एक पद स्वीकृत कर इन पदों पर चिकित्सकों व कार्मिकों की नियुक्ति की गई।
लेकिन इनमें डॉ. फराह खान गत दस माह से सोलगंपुरा में, डॉ. अश्विनी कुमार भादा गत चार माह से मालपुरा में, मेल नर्स अखलेश नागर गत दो वर्ष से टोडारायसिंह में प्रतिनियुक्ति पर कार्य कर वेतन डिग्गी अस्पताल से उठा रहे है।
वहीं एक मेल नर्स चन्दन सिंह पंवार 2017 में अस्पताल में ज्वाइन करने के बाद से कहां अपनी सेवाएं दे रहे है इसका जवाब अस्पताल के चिकित्सकों के पास भी नहीं है। अस्पताल में कार्यरत्त चिकित्सक डॉ. झांवरमल एक पखवाड़े में एक दिन आकर अपनी उपस्थिति की खानापूर्ति कर विभाग को चूना लगा रहे है।
उपस्थिति के तीन रजिस्टर:- सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र प्रभारी अभिषेक सरावता ने बताया कि चिकित्सकों व अस्पताल में लगे कार्मिकों की उपस्थिति के लिए तीन रजिस्टर संधारित है। जिनमें एक चिकित्सकों का, एक नर्सिंग स्टाफ का व एक एनआरएचएम से लगे कार्मिकों का है।
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Published on:
01 Aug 2019 03:10 pm
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