अव्यवस्थाओं का आलम यह है कि चिकित्सालय में एक माह पूर्व 23 मई को विद्युत पैनल में आग लग जाने से विद्युत आपूर्ति अस्थायी तौर पर चालू कर रखी थी, जिसे सोमवार को ठीक कराने के लिए जयपुर से मैकेनिकों को बुलाकर ठीक कराया जा रहा था, उस समय किसी भी चिकित्सा अधिकारियों ने वार्ड, ऑपरेशन थियेटर operation Theatre एवं लेबर रूम की विद्युत आपूर्ति चालू रखने की नहीं सोची तथा सम्पूर्ण चिकित्सालय भवन की बिना सोचे समझे विद्युत आपूर्ति बंद कर दी।
read more: बिजली के बिना पड़े दाना-पानी के लाले वहीं लेबर रुम में लगे इन्वर्टर के बेकअप नहीं देने के कारण सोमवार को चिकित्सालय में बिना रोशनी के छह महिलाओं के प्रसव कराएं गए, जिसमें से दो प्रसव तो रोशनी के अभाव में मोबाइल की रोशनी से कराए गए।
दूसरी ओर चिकित्सालय के पुरुष वार्ड में 37 मरीज, महिला वार्ड में 28 तथा प्रसूति वार्ड में 12 महिलाएं भर्ती थी, जो सभी इस अघोषित विद्युत कटौती के मारे रात्रि को लगभग साढ़े दस बजे तक परेशान रहे और वार्ड के बाहर निकल कर परिजनों के साथ खुले आसमान के नीचे पंखियों एवं अन्य साधनों से गर्मी से बचाव करती रही।
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बीसलपुर बांध में पानी के नीचे छह मीटर तक मिट्टी व बजरी की परत, बांध निर्माण के बाद पहली बार हुआ स चिकित्सालय बना अधिकारियों की प्रयोगशाला:- पिछले छह माह में खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारी के पद पर अलग-अलग तीन अधिकारियों को बदला गया है।
इसी तरह सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भी व्यवस्थाओं के सही संचालन के नाम पर पिछले छह माह में दो बार प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को बदला जा चुका है, फिर भी व्यवस्थाएं आज भी जस की तस बनी हुई है।
तड़पते रहे मरीज, अधिकारियों ने नहीं उठाया फोन
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मालपुरा में सोमवार की रात्रि को अघोषित विद्युत कटौती के संबंध में मरीजों एवं आम नागरिकों द्वारा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी टोंक से सम्पर्क करना चाहा तो उन्होंने ने भी फोन नहीं उठाया।
इससे पूर्व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र प्रभारी डॉ. अनिल मीणा से दूरभाष पर सम्पर्क करना चाहा तो उन्होंने ने भी फोन उठाने की आवश्यकता नहीं समझी। चिकित्सा अधिकारियों को फोन नही उठाने पर उपखण्ड अधिकारी अजय कुमार आर्य को दूरभाष पर अवगत कराएं जाने के बाद रात्रि को 10.30 बजे बाद विद्युत आपूर्ति चालू की गई।
क्या कहते है चिकित्सालय प्रभारी इस संबंध में चिकित्सालय प्रभारी अधिकारी डॉ. अनिल मीणा ने क हा कि विद्युत पैनल ठीक कराने के चलते विद्युत आपूर्ति बंद रही। बजट के अभाव में इसे ठीक कराने में एक माह का समय लग गया।