इस मांग पर अड़े: उल्लेखनीय है कि पन्द्रह दिनों से बंद सफाई व्यवस्था को सुचारू कराने को लेकर नगरपालिका अधिशासी अधिकारी पवनकुमार शर्मा ने सम्बंधित ठेकेदार को शहर की साफ-सफाई कराने को बुलाया। इस पर मिली सूचना के बाद शहर के स्थानीय दर्जनों महिला-पुरूष सफाईकर्मी नगरपालिका कार्यालय परिसर में जमा हो गए और ठेका पद्धति का विरोधकर नगरपालिका के माध्यम से ही कार्य करने की मांग पर अड़ विरोध जताने लगे।
दो दिन हुई शहर की सफाई: नगरपालिका एवं सफाईकर्मियों में चल रही खींचतान के चलते गत माह से अब तक 27 दिनों में मात्र विजयादशमी पर दो दिन ही शहर की साफ-सफाई हो पाई है। ऐसे में शहर के गली-मोहल्ले सहित सडक़ों एवं चौराहों पर कचरे एवं गंदगी के ढेर लगे है। ग्रामीणों ने बताया कि दीपावली का त्यौहार भी आने वाला है। ऐसे में अगर जल्दी ही समस्या का समाधान नहीं हुआ तो कचरे एवं गंदगी पर मुंह मारते आवारा जानवरों से शहर में खतरनाक बीमारियां फेलने की आशंका बनी है।
समझाइश पर भी नहीं माने इस दौरान मौके पर नगरपालिका अधिशासी अधिकारी शर्मा, देवली पंचायत समिति प्रधान गणेशराम जाट, दूनी थानाप्रभारी विजय सिंह मीणा सहित शहर के वरिष्ठजनों ने सफाईकर्मियों से समझाइश का प्रयास किया मगर वह ठेका पद्धति बंदकर नगरपालिका के माध्यम से ही साफ-सफाई करने की मांग पर अड़ घरों को लौट गए।
बिना अवगत कराए साफ-सफाई का ठेका गौरतलब है कि नगरपालिका की और से स्थानीय सफाईकर्मियों को बिना अवगत कराए साफ-सफाई का ठेका बाहरी ठेकेदार को दिए जाने के बाद 9 अक्टूम्बर को सफाईकर्मियों ने साफ-सफाई कार्य का बहिष्कार कर दिया था। इसके बाद चेयरमेन मायादेवी बलाई, अधिशाषी अधिकारी शर्मा ने आचार सहिता के बाद ठेका पद्धति के बजाय कार्यालय के माध्यम से कार्य कराने व मानदेय चार माह बाद दिए जाने का बोर्ड बैठक में प्रस्ताव ले विभाग को भेजने की बात पर लिखित सहमति बनी। मगर सफाईकर्मियों ने लिखित समझौते को नहीं मान नगरपालिका के माध्यम से कार्य करने वाले सफाईकर्मियों की संख्या बढ़ाने व मानदेय तत्कालीन पंचायत के बजाय नगरपालिका तर्ज पर देने की मांग माने जाने तक कार्य बहिष्कार कर दिया।
कर रहे है प्रयास
दीपावली त्यौहार भी नजदीक आ रहा है। स्थानीय सफाईकर्मियों से भी समझाइश की जा रही है। उनके नहीं मानने पर अन्य व्यवस्था कर शहर की साफ-सफाई कराई जाएंगी।
-पवनकुमार शर्मा, अधिशासी अधिकारी, नगरपालिका, दूनी