
एसपी व डीएफओ ने किया निरीक्षण, खाइयों में बदला रक्ताचंल पर्वत
निवाई. जिले से गुजर रही अरावली पर्वत माला शृंखला के निवाई स्थित रक्ताचंल पर्वत को खननकर्ताओं ने बेतहाशा खनन कर खाइयों में तब्दील कर दिया। कुछ सालों पहले जहां पहाड़ थे, वो जगह अब जमीन से सट गई है। रविवार सुबह जब पुलिस अधीक्षक और वन विभाग के डीएफओ पर्वत पर गए तो गहरी खाइयां देकर चौंक गए। ये खनन कई सालों का नतीजा था। इस पर कभी प्रभावी कार्रवाई नहीं होने पर पहाड़ जमींदोज हो गए। पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश ने खनन पर पूर्ण नियंत्रण लगाने के लिए खनिज विभाग के सहायक अभियंता को निर्देश दिए।
दूसरी तरफ उप वन संरक्षक श्रवणकुमार रेड्डी ने खननकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज कराने के निर्देश दिए। हालांकि वन विभाग ने खननकर्ता चिह्नित कर लिए। अब उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया जाएगा। साथ ही उनकी हर मूवमेंट पर नजर रखी जाएगी। ताकि पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचे और खनन पर नियंत्रण लगाया जा सके।
इधर, रक्तांचल पर्वत में हो रहे लगातार अवैध खनन को प्रभावी तरीके से रोकने के लिए रविवार सुबह पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश और डीएफओ श्रवण कुमार रेड्डी ने निरीक्षण किया। उन्होंने ने रजवास क्षेत्र लेकर बौरंगी तक पूरे रक्तांचल पर्वत में होने वाले अवैध खनन को देखा। दोनों ने पहाड़ की तलहटी और चोटी चढकऱ अवैध खनन को रोकने की योजना बनाई।
पुलिस अधीक्षक और डीएफओ ने पुलिस और वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों से विभिन्न प्रकार की जानकारी ली। इसके बाद पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश ने निवाई थानाधिकारी अजय कुमार को वनकार्मिकों की पूर्ण सहयोग के लिए निर्देशित किया। साथ ही अवैध खननकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज कर कठोर कार्रवाई के लिए निर्देश दिए।
पुलिस अधीक्षक और डीएफओ ने बौरंगी व रजवास वन क्षेत्र में मामाजी की खान में जाने वाले अवैध रास्तों का भी निरीक्षण किया और वनकार्मिकों को रास्ते बंद करने के लिए निर्देश दिए। डीएफओ ने सभी वनकर्मियों को नियमित गश्त करने और वन अधिनियम के अवैध खननकर्ताओं के विरुद्ध कार्रवाई के निर्देशित किया। दोनों अधिकारियों ने संजय वन का भी अवलोकन किया। रेंजर दिनेश दानोतिया ने बताया कि इस दौरान वन विभाग के वनपालए कैटल गार्ड सहित कई वन कर्मी मौजूद थे।
समुख्यमंत्री को भेजा था ज्ञापन
उपखंड क्षेत्र के कई गांवों में लगातार हो रहे अवैध खनन व हरे वृक्षों की अंधाधुंध कटाई को बंद करवाने तथा खननकर्ताओं से मिलीभगत में लिप्त वन कार्मिकों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही करने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा था। ग्रामीणों ने अवैध खनन और हरे वृक्षों की कटाई की शिकायत गत 31 मई, 11 और 16 जून को प्रधान मुख्य वन संरक्षक जयपुर, मुख्य वन संरक्षक अजमेर, उप वन संरक्षक टोंक एवं क्षेत्रीय वन प्रसार अधिकारी निवाई को दूरभाष, सोशल मीडिया, ईमेल और डाक के जरिए लिखित में की गई थी।
अभियंता से कहा हैरक्ताचंल पर्वत पर बेतहाशा खनन हुआ है। इसकी लगातार शिकायत मिल रही थी। ऐसे में पहाड़ का निरीक्षण किया है। खनिज विभाग के सहायक अभियंता से कहा है कि वह पुलिस व वन विभाग के साथ मिलकर खनन पर अंकुश लगाए।- ओमप्रकाश, पुलिस अधीक्षक टोंक
मामला दर्ज कराएंगे
खननकर्ताओं को चिह्नित कर लिया है। अब उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया जाएगा।- श्रवणकुमार रेड्डी, डीएफओ टोंक
Published on:
13 Sept 2021 07:57 am
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